शाहरुख खान के कमबैक को सक्सेसफ़ुल बनाने में सबसे बड़ा योगदान रहा डायरेक्टर सिद्धार्थ आनंद का जिन्होंने बिना किसी गलती के पठान को बहुत ही बेहतरीन ढंग से हैंडल किया । पठान लोगों को इतनी पसंद आ रही है कि रिलीज के इतने दिनों के बाद भी फ़िल्म बॉक्स ऑफ़िस पर शानदार कमाई कर रही है । अपनी ऐतिहासिक कमाई से पठान अब तक बॉक्स ऑफ़िस पर कई रिकॉर्ड तोड़ चुकी है । न केवल फ़िल्म बल्कि इसके गाने ‘बेशर्म रंग’ और ‘झुमे जो पठान’ भी लोगों की पहली पसंद बन चुके हैं । हाल ही में पठान के इन गानों के म्यूजिक कंपोजर विशाल शेखर ने बॉलीवुड हंग़ामा के साथ एक्सक्लूसिव बातचीत की जिसमें उन्होंने पठान, उसके गाने के बारें में तो कई अनसुनी बातें बताई वहीं पठान के डायरेक्टर सिद्धार्थ आनंद के बारें में एक अनसुना खुलासा किया ।
विशाल शेखर ने खोला सिद्धार्थ आनंद का सीक्रेट
बॉलीवुड हंग़ामा के साथ हुए इंटरव्यू में विशाल शेखर ने बताया कि पठान का सबसे लोकप्रिय गाना, जो कि अब चार्टबस्टर बन चुका है, ‘बेशर्म रंग’ कैसे बना और उसके पीछे का थॉट प्रोसेस क्या रहा । इस दौरान बातों-बातों में शेखर ने पठान के डायरे्क्टर सिद्धार्थ आनंद का एक सीक्रेट खोला । शेखर ने सिद्धार्थ आनंद का वो फ़ेवरेट शब्द बताया जब उन्हें कुछ पसंद नहीं आता है वे तब उसका इस्तेमाल करते हैं । शेखर ने कहा, “‘बेशर्म रंग’ की मेकिंग के दौरान जब पहला ड्राफ़्ट हमने सिद्धार्थ आनंद को दिखाया तो उन्होंने उसे ‘गोबर’ कहकर रिजेक्ट कर दिया था ।”
शे्खर ने आगे कहा,“सिद्धार्थ को जब कुछ पसंद नहीं आता है तो वह उसे बकवास नहीं कहते, वह उसे ‘गोबर’ कहते हैं । सिद्धार्थ का फ़ेवरेट शब्द ‘गोबर’ है । बेसिकली उन्हें कोई भी कुछ भी दे उसे वो गोबर लगता है ।”
अंत में उन्होंने हंसते हुए कहा कि वो और सिद्धार्थ काफ़ी सालों से एक दूसरे को जानते हैं । विशाल ने कहा, “हम 2003 से दोस्त हैं हम एक-दूसरे के घर डिनर करते हैं साथ घूमते हैं, इसलिए हम एक दुसरे को कुछ भी कह सकते है ।”