संजय खान की बेटी और सुजैन खान की बहन फराह अली खान, जो हाल ही में अपने हाउस स्टाफ़ मेंबर के कोरोना पॉजिटिव होने को लेकर चर्चा में आईं थी, कंगना रनौत की बहन रंगोली चंदेल के साथ ट्विटर विवाद को लेकर फ़िर से सुर्खियां बटोर रही हैं । रंगोली ने हाल ही में मुरादाबाद में डॉक्टरों पर हुए हमले को लेकर एक विवादास्पद ट्वीट किया था । इसके बाद ट्विटर पर अपने बेबाक ट्वीट्स को लेकर छाई रहने वाली रंगोली चंदेल ने फराह खान अली को लेकर भी एक भद्दा ट्वीट किया था जिसके बाद ट्विटर इंडिया ने उनका अकाउंट सस्पेंड कर दिया है । और अब रंगोली के ट्विटर अकाउंट सस्पेंड होने के बारे में बात करते हुए फराह अली खान ने कहा कि रंगोली एसिड अटैक की विक्टिम हैं, उन्होंने बहुत दर्द सहा है, उन्हें नफरत नहीं प्यार बांटना चाहिए ।

कोरोना नेगेटिव निकली फराह अली खान, रंगोली चंदेल के ट्विटर अकाउंट सस्पेंड मुद्दे पर खुलकर रखी अपनी राय

फराह अली खान ने कहा कि रंगोली चंदेल को प्यार बांटना चाहिए नफ़रत नहीं

फ़राह ने रंगोली के बारें में बात करते हुए कहा कि, वो उनके इस पर्सनल ट्वीट के खिलाफ नहीं हैं, क्योंकि वो उनको पर्सनली नहीं जानती हैं। उन्होंने रंगोली के उस ट्वीट के खिलाफ़ शिकायत की जो किसी एक कम्युनिटी और रिलिजन के विरुद्ध है और नफरत का माहौल बनाता है । उनका ट्वीट मानवता के खिलाफ था, जो बिल्कुल गलत है ।

इसी के साथ फ़राह ने ये भी कहा कि वह रंगोली के खिलाफ बिल्कुल भी नहीं हैं और वह रंगोली से जरा भी नफरत नहीं करती हैं । लेकिन तब बुरा लगता है जब वह इस तरह नफरत की बातें सोचती हैं । इसी के साथ फ़राह ने ये भी कहा कि, वह रंगोली से सिर्फ़ एक बार कंगना के साथ मिली थी । जब वो उन्हें जानती नहीं हैं तो नफ़रत की तो बात भी नहीं है । इसके बाद फ़राह ने कहा कि वह कंगना के स्टारडम का गलत फायदा उठा रही हैं । कंगना बहुत ही टैलंटड हैं ।

बता दें कि हाल ही में फ़राह खान का कोविड-19 टेस्ट नेगेटिव आया । इस बात की जानकारी उन्होंने ट्विटर के जरिए दी । उन्होंने कुछ ट्वीट में बताया कि कैसे उन्हें संक्रमित होने का डर था । अब उन्होंने बताया है कि वे 29 अप्रैल तक क्वारनटीन में रहने वाली हैं । फ़राह ने अपने ट्वीट में लिखा, 'आपको पता है कि कोरोना टेस्ट में नेगेटिव आने से अच्छा क्या है ? मेरे बच्चों और घर के स्टाफ के चेहरे की भयहीन खुशी । मेरा स्टाफ मेरे साथ 10 साल से है । इन सभी के चेहरे देखना अतुल्य था । खुशी संक्रामक होती है ।