कहा जाता है कि, फ़िल्में असल जिंदगी का आइना होती है, ये कहीं न कहीं सही भी है । हिंदी सिनेमा में ऐसी कई फ़िल्में है जो लाइफ़ लेसन देती है । ऐसी ही दो फ़िल्में हैं 1984 में रिलीज़ हुई सारांश और 2009 में रिलीज़ हुई 3 इडियट्स । बॉलीवुड अभिनेता अनुपम खेर और बोमन ईरानी के अनुसार ये फ़िल्में उनके लिए लाइफ़ लेसन है । बॉलीवुड हंगामा के साथ हुए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में अनुपम खेर और बोमन ईरानी ने हालांकि ये भी कहा की सबसे बड़ा लाइफ़ लेसन ऊंचाई देती है क्योंकि ये आशा और दोस्ती को दर्शाती है ।

EXCLUSIVE: ऊंचाई एक्टर अनुपम खेर और बोमन ईरानी के अनुसार सारांश और 3 इडियट्स ने दिया सबसे बड़ा लाइफ़ लेसन

अनुपम खेर और बोमन ईरानी 

इंटरव्यू के दौरान जब पूछा गया कि, ऐसी कोई फ़िल्म जिसने आपको लाइफ़ लेसन दिया हो ? इसके जवाब में अनुपम खेर ने कहा, “मेरी फ़िल्म सारांश । मैं सारांश में अपने किरदार बी वी प्रधान जैसा बनना चाहता हूं । वह निडर है, जुनूनी है, हर संघर्ष से जूझने वाला और साथ ही आशावादी है ।

वहीं इसके जवाब में बोमन ईरानी ने कहा, “मेरी लाइफ़ लेसन 3 इडियट्स है । इस फ़िल्म में मैंने काम किया, फिर अपने घर चला गया । जब मैंने अपने डायरेक्टर को पूछा की मेरा काम कैसा लगा तो उन्होंने कहा, ‘हाँ अच्छा है इतना तो तू कर लेता है ।

इसके बाद बोमन ने आगे कहा की, “3 इडियटस में मेरा जो किरदार था वायरस का वो बहुत नाखुश रहने वाला, सख़्त और कंजूस था । लेकिन लोगों ने उसे पसंद किया, ख़ासकर बच्चों ने । लोगों में उस किरदार को लेकर एक आशा थी की वो सुधरेगा । तो ये एक आशा थी की यदि ये सुधर सकता है तो मैं भी सुधर सकता हूँ । तो मुझे लगता है की शायद इसी के चलते लोगों ने इस किरदार को पसंद किया ।

अंत में अनुपम खेर ने कहा ये फ़िल्में ऊंचाई से पहले की है लेकिन अब की बात करें तो जो लाइफ़ लेसन ऊंचाई में है वो अभी तक की किसी फ़िल्म में नहीं है और न ही आगे होंगे । ये फ़िल्म आशा और दोस्ती के बारें में है ।