हाल ही में खबर आई की उड़ता पंजाब और ग्रेट ग्रांड मस्ती की सेंसर कॉपी इंटरनेट पर लीक हो गई । केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) ने सेंसर प्रमाण पत्र पाने के लिए फ़िल्मों के डीवीडी प्रारूप पर फिल्मों को प्रस्तुत करने पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया गया है ।
फ़िल्मों को अब सीबीएफसी को प्रस्तुत करने के लिए डीसीपी प्रारूप (डिजिटल सिनेमा प्रक्षेपण) पर पेश करना होगा । सेंसर प्रमुख पहलाज निहलानी कहते हैं, हमें सेंसर कॉपी चिह्नित डीवीडी प्रिंट का ऑनलाइन लीक होने के बारे में कई शिकायतें मिली हैं । सबसे पहली बात तो ये है कि सेंसर कॉपी निर्मताओं द्वारा बनाई गई थी न की हमारे द्दारा । तो इसलिए लीक होने का स्त्रोत वो जगह भी हो सकती है जहां वो डीवीडी बनाई गईं थी । लेकिन अब हमने उस प्रक्रिया को रोक दिया है । अब हम फ़िल्में सिर्फ़ डिजिटल प्रारूप पर ही देखते हैं । तो अब हमारे लिए सेंसर कॉपी बनाने का कोई सवाल ही नहीं उठता ।
निहलानी ने कहा कि , हाल ही में ऑनलाइन लीक हुई फ़िल्मों की डीवीडी "सेंसर कॉपी" वॉटरमार्क लगाकर क्यों प्रसारित होती दिखाई दे रहीं हैं ? जबकि हमें उसकी जरूरत नहीं है । ये कॉपी हमारे लिए नहीं है । लेकिन फिल्म प्रमाणन अपीलीय न्यायाधिकरण, जो ट्रिब्यूनल के रूप में जाना जाता है, को अभी भी डीवीडी कॉपी की आवश्यकता है ।