बॉलीवुड ड्रग्स कनेक्शन मामले में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने अर्जुन रामपाल को दूसरी बार पूछताछ के लिए समन भेजा था । एनसीबी द्वारा समन भेजे जाने पर अर्जुन रामपाल सोमवार 21 दिसंबर को एनसीबी ऑफिस में पहुंचे । अर्जुन से करीब छह घंटे पूछताछ की गई । और अब एनसीबी की जांच में सामने आया है कि अर्जुन ने प्रतिबंधित दवाओं के बारे में गैरकानूनी तरीके से बैक-डेट का प्रिस्क्रिप्शन बनवाकर एनसीबी को दिया है ।
अर्जुन रामपाल ने एनसीबी को किया गुमराह
कुछ दिन पहले एनसीबी ने बॉलीवुड ड्रग्स रैकेट के मामले में अर्जुन के अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी की । अर्जुन के घर से जो दवाई मिली थी उसका नाम 'Clonazepam' बताया जा रहा है । इसी सिलसिले में जब एनसीबी ने अर्जुन से पूछताछ की तो जांच में सामने आया है कि अर्जुन ने प्रतिबंधित दवाओं के बारे में गैरकानूनी तरीके से बैक-डेट का प्रिस्क्रिप्शन बनवाकर एनसीबी को दिया है । इस काम के लिए अुर्जन ने अपने एक रिश्तेदार की मदद ली है । अर्जुन ने एनसीबी के सामने दिल्ली के एक डॉक्टर रोहित गर्ग का प्रिस्क्रिप्शन दिखाया था ।
एक अखबार में छपि खबर के मुताबिक, डॉक्टर गर्ग ने एनसीबी को दिए अपने बयान में कहा है कि वह इस जांच के बारे में अनजान थे । उन्हें अर्जुन के एक रिश्तेदार ने कॉमन फ्रेंड के जरिए अप्रोच किया था । इस रिश्तेदार ने कहा था कि उसे एंजायटी है और उसने बैकडेट के प्रिस्क्रिप्शन की मांग की थी । डॉक्टर का बयान एनसीबी और कोर्ट के सामने सीआरपीसी की धारा 164 के तहत दर्ज किया है । इसके बाद अब कहा जा रहा है कि अब एनसीबी सबूतों के साथ छेड़छाड़ एंगल से इसकी जांच कर रही है ।
बता दें कि ऐसा दूसरी बार हुआ है जब अर्जुन ने एनसीबी के तीखे सवालों का सामना किया है । इससे पहले 13 नवंबर को एनसीबी ने अर्जुन से लंबी पूछताछ की थी । पहली पूछताछ के दौरान एनसीबी को अर्जुन के बयानों में विरोधाभास नजर आया जिस कारण उन्हें एनसीबी ने दोबारा पूछताछ के लिए बुलाया ।