केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (CBFC), पिछले 4-5 सालों से फ़िल्मों में कटौती को लेकर काफ़ी चर्चा में रहा है । हिंदी सिनेमा में अपने रूढ़िवादी रवैये के कारण सीबीएफ़सी को कई मर्तबा आलोचनाएं भी झेलनी पड़ी । लेकिन इसी के साथ ऐसी कई फ़िल्में भी रही जिसके साथ सीबीएफ़सी ने उदराता दिखाई और फ़िल्म के मर्म को समझते हुए उसमें कोई भी कटौती नहीं की । और सीबीएफ़सी की ऐसी ही एक उदारता का सशक्त उदाहरण बनी दीपिका पादुकोण की आगामी फ़िल्म छपाक । केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड द्दारा दीपिका पादुकोण की छपाक को बिना किसी कटौती के ग्रीन सिग्नल दे दिया है ।

BREAKING: सीबीएफ़सी ने दीपिका पादुकोण की छपाक को बिना किसी कटौती के दिया ग्रीन सिग्नल

सेंसर बोर्ड से पास हुई दीपिका पादुकोण की छपाक

मेघना गुलजार के निर्देशन में बनी छपाक एक एसिड अटैक सरवाइवर के संघर्ष की कहानी को दर्शाती है । फ़िल्म के ट्रेलर ने पहले ही लोगों के दिलों को छू लिया है । और इसलिए सीबीएफ़सी ने भी फ़िल्म के मर्मभेदी मकसद को समझते हुए बिना कोई कटौती किए छपाक को 'U' प्रमाणपत्र दिया है ।

फ़िल्म से जुड़े सूत्र ने बताया कि, ''हालांकि फ़िल्म 10 जनवरी को सिनेमाघरों में रिलीज हो रही है लेकिन मेकर्स ने इसे जल्द से जल्द सीबीएफ़सी से पास कराने का फ़ैसला किया । क्योंकि यदि सीबीएफ़सी को फ़िल्म के किसी भी कंटेंट से कोई आपत्ति होती तो मेकर्स को उसे एडिट करने का भी मौका मिल जाता । लेकिन खुशी की बात है कि, सीबीएफ़सी को छपाक में कोई भी आपत्तिजनक तत्त्व नहीं मिला और इसलिए बोर्ड ने इसमें बिना किसी ऑडियो-विजुअल कटौती के ‘U’ सर्टिफ़िकेट दिया है । इसके अलावा बोर्ड चाहता है कि ऐसी फ़िल्म हर आयु वर्ग को देखनी चाहिए ।''

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ट्रेलर रिलीज के चार दिन पहले छपाक को 6 दिसंबर को सेंसर सर्टिफ़िकेट मिला । फ़िल्म की कुल लंबाई 123 मिनट है ।