ऋचा चड्ढा और अली फज़ल के प्रोडक्शन की पहली फिल्म गर्ल्स विल बी गर्ल्स अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी सफलता जारी रखते हुए 40वें इंडिपेंडेंट स्पिरिट अवॉर्ड्स में दो प्रतिष्ठित नामांकन हासिल करने में सफल रही है। फिल्म को 'जॉन कैसावेट्स अवॉर्ड' के लिए टॉप 5 फिल्मों में शामिल किया गया है। यह अवॉर्ड उन सर्वश्रेष्ठ फिल्मों की क्रिएटिव टीम को दिया जाता है, जो 1 मिलियन डॉलर (लगभग 8 करोड़ रुपये) के बजट से कम में बनाई जाती हैं। इस श्रेणी में फिल्म की निर्माता के रूप में ऋचा चड्ढा का नाम भी शामिल है।

भारत में रिलीज़ से पहले ऋचा चड्ढा और कानी कुश्रुती को गर्ल्स विल बी गर्ल्स के लिए 40वें इंडिपेंडेंट स्पिरिट अवॉर्ड्स में मिले दो नॉमिनेशन

गर्ल्स विल बी गर्ल्स को इंडिपेंडेंट स्पिरिट अवॉर्ड्स में मिला नॉमिनेशन

इसके अलावा, फिल्म की प्रमुख अभिनेत्री कानी कुश्रुती को 'बेस्ट सपोर्टिंग परफॉर्मेंस' (सर्वश्रेष्ठ सहायक भूमिका) के लिए नामांकित किया गया है। यह फिल्म के लिए एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि है, जिसे आलोचकों और दर्शकों से पहले ही काफी प्रशंसा मिल चुकी है।

गर्ल्स विल बी गर्ल्स का निर्देशन शुचि तलाटी ने किया है और इसे ऋचा चड्ढा और अली फज़ल के प्रोडक्शन हाउस पुशिंग बटन स्टूडियोज के तहत बनाया गया है। यह एक बढ़ते उम्र की कश्मकश' की कहानी है, जो पहले ही सनडांस फिल्म फेस्टिवल जैसे बड़े अंतरराष्ट्रीय फेस्टिवल्स में तारीफ बटोर चुका है। अमेरिका, यूके और फ्रांस में सफलतापूर्वक रिलीज़ होने के बाद, अब यह फिल्म 18 दिसंबर 2024 को भारत में प्राइम वीडियो पर रिलीज़ होने के लिए तैयार है।

चूंकि 'जॉन कैसावेट्स अवॉर्ड' क्रिएटिव टीम के लिए दिया जाता है, इसलिए फिल्म की निर्देशक शुचि तलाटी और निर्माता ऋचा चड्ढा दोनों को इस अवॉर्ड के लिए नामांकित किया गया है।

ऋचा चड्ढा ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा, “हमें इस बात पर बहुत गर्व है कि 'गर्ल्स विल बी गर्ल्स' ने जो प्रतिष्ठा हासिल किया है। जॉन कैसावेट्स अवॉर्ड के लिए नामांकित होना हमारे लिए बहुत सम्मान की बात है क्योंकि यह स्वतंत्र सिनेमा के बेहतरीन काम को पहचान देता है। साथ ही, कानी का नामांकन उनकी अविश्वसनीय प्रतिभा का सबूत है। यह फिल्म सिर्फ एक कहानी नहीं है, बल्कि एक प्रयास है रूढ़ियों को तोड़ने और ऐसी कहानियां दिखाने का जो मायने रखती हैं।”

फिल्म के सह-निर्माता अली फज़ल ने कहा, “यह हमारे लिए दोहरी खुशी का अवसर है। स्वतंत्र सिनेमा को अक्सर अपनी जगह बनाना मुश्किल होता है, लेकिन इंडिपेंडेंट स्पिरिट अवॉर्ड्स के इस सम्मान ने यह साबित किया है कि हर तरह के सिनेमा के लिए जगह है। 'गर्ल्स विल बी गर्ल्स' इस बात की मिसाल है कि सह-निर्माण के ज़रिए भारतीय कहानी को वैश्विक दर्शकों तक कैसे पहुंचाया जा सकता है। कानी का प्रदर्शन वाकई अविश्वसनीय है और उनका नामांकन पूरी तरह से योग्य है। अब जब यह फिल्म भारत में रिलीज़ के लिए तैयार है, तो हम उत्साहित हैं कि भारतीय दर्शक इस कहानी को देखेंगे और इससे जुड़ पाएंगे।”

इंडिपेंडेंट स्पिरिट अवॉर्ड्स का आयोजन फरवरी 2025 में लॉस एंजेलेस में होगा। इन अवॉर्ड्स का मकसद स्वतंत्र सिनेमा में बेहतरीन उपलब्धियों को सम्मानित करना है। विशेष रूप से 'जॉन कैसावेट्स अवॉर्ड' उन फिल्मों की रचनात्मक टीम को पहचान देता है जो सीमित बजट में बनाई जाती हैं लेकिन अपनी रचनात्मकता और गहरी कहानी के दम पर वैश्विक स्तर पर छाप छोड़ती हैं।