हाल ही मेगा पॉवर स्टार राम चरण गोल्डेन ग्लोब्स अवॉर्ड्स के लिए लॉस एंजेल्स में थे और जहां उन्होंने नेक्स्ट बिग पिक्चर के साथ एक पोडकास्ट में बातचीत के दौरान अपनी एक्साइटमेंट जाहिर की । बता दें, गोल्डेन ग्लोब्स में राम चरण और जूनियर एनटीआर स्टारर आरआरआर के ‘नाटू नाटू’ गाने को बेस्ट सॉंग से नवाजा गया है । ऐसे में उन्होंने बात करते हुए कहा कि यह देखकर संतोष होता है कि वेस्ट इंडियन सिनेमा को पहचान दे रहा है । उन्होंने कहा, “यह हम सभी के लिए एक खास पल है।”

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राम चरण की आरआरआर

यह पूछे जाने पर कि उन्हें अल्लूरी सीता राम राजू की भूमिका कैसे मिली, राम चरण ने कहा, “मैंने पहले भी राजामौली के साथ काम किया हैं । तो तारक ने भी किया । जब उन्होंने स्क्रीन पर दो सबसे अच्छे दोस्तों के कॉन्सेप्ट और उसके इर्द गिर्द घूमने वाले ड्रामा को चुना, तो उन्होंने सोचा कि ऐसे दो अभिनेताओं को लेना सही होगा जो रियल लाइफ में भी दोस्त हैं । यही मेन वजह है कि फिल्म के लिए उन्होंने हमें चुना । वह अपनी फिल्म और स्क्रिप्ट के अवाला किसी और के लिए फेवर्स नही करते हैं ।”

वहीं जब आगे उनसे पूछा गया कि क्या उन्होंने अपने किरदार की तैयारी करते समय अपने परिवार के इतिहास को देखा, जिस पर जवाब देते हुए उन्होंने नहीं कहा । उनके मुताबिक, “यह इन किरादरों पर निर्देशक का एक काल्पनिक टेक है । उन्होंने वास्तव में क्या किया, इसका इससे कोई लेना-देना नहीं है । उन्होंने ऑटोबायोग्राफी नहीं पढ़ी । यह किरदारों के पीछे का सार और आभा है । उन्होंने इसके इर्द-गिर्द अपनी कहानी बुनी है। यह काफी हद तक एक नई स्क्रिप्ट की तरह था । इसके लिए हमें इतिहास में जाने की जरूरत नहीं ।”

राम चरण ने अपने वर्कआउट रिजीम के बारे में बात करते हुए कहा, “अगर आपको राजामौली की फिल्म का एक्टर बनना है, तो आपको लुक में बेस्ट और फिट दिखना होता है । मैं उनका यह कहकर मजाक उड़ाता था कि वह हमें बॉडी शेम कर रहे हैं । मैं आमतौर पर फिट रहना पसंद करता हूं । लेकिन फिटनेस को लेकर राजामौली की दीवानगी एक अलग ही लेवल पर है। महामारी के साथ, यह और भी मुश्किल हो गया क्योंकि यह फास्टेस्ट फिल्म होने वाली थी, लेकिन महामारी की वजह से हमें अपने लुक को दो साल तक और मेनटेन रखना पड़ा ।”

अल्लूरी सीता रामा राजू में अपनी भूमिका के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, “इतिहास के किसी एक किरदार को निभाना बहुत बड़ी जिम्मेदारी है । लोग इतिहास से वाकिफ हैं और यह एक जिम्मेदारी है। आखिरी के 15 मिनट पूरी फिल्म की तरह ही चुनौतीपूर्ण थे ।”

एक एक्साइटिंग नोट पर इसे खत्म करते हुए जब मॉडरेटर ने उनसे नाटू नाटू के बारे में पूछा और कहा कि लोगों ने कैसे इसे अपना खूब प्यार दिया और वो कैसे इस पर खरे उतरे, तो राम चरण ने कहा, रिहर्सल और प्रैक्टिस में पूरे 6 दिन लग गए। मैंने लगभग 4 किलो वजन कम किया और तारक ने 2-3 किलो वजन कम किया। जब मैं उस गाने के बारे में बात करता हूं तो मेरे घुटने आज भी कांपने लगते हैं। तारक और मेरे पास कमाल का स्टाइल और एबिलिटी है। कोरियोग्राफी इतनी मुश्किल नहीं लगी क्योंकि हमने इस पर बहुत मेहनत की थी, और यह स्क्रिप्ट की डिमांड थी। यह दो शरीर थे जिन्हें एक जैसा दिखना था। तालमेल और विचार कि हम एक जैसे हैं, जिसे स्क्रीन्स पर भी अच्छे से दर्शाना था। ये दो जिस्म और एक जान की तरह था। हमें हर एक फ्रेम, हर एक कदम को सिंक्रोनाइज़ करना था। यह राम चरण स्टाइल या तारक स्टाइल नहीं था, यह राजामौली स्टाइल था। हम मैराथन की तरह लूप पर चलते रहें ।”

आगे यह पूछे जाने पर कि क्या वह इसे गोल्डन ग्लोब्स के मंच पर करेंगे, उन्होंने पॉजिटिव जवाब देते हुए फौरन कह दिया, “बेशक और 17 बार करेंगे जैसे टेक्स के दौरान किया था । मैं देख सकता हूं कि राजामौली ने क्या कल्पना की थी और यह हमारे लिए एक बड़ी उपलब्धि है । सारा प्यार देखकर बहुत संतोष होता है,” हंसते हुए उन्होंन कहा ।

वेस्ट के दर्शकों के लिए, राम चरण ने उन्हें इंडियन फिल्म मेकिंग की और झलक देखने के लिए रंगस्थलम, बाहुबली, ईगा, अरविंदा समेता जैसी कई फिल्में देखने की नसीहत दी ।