सरोज खान को याद कर इमोशनल हुईं माधुरी दीक्षित, कहा-‘मां की तरह रखा मेरा ख्याल, उनकी कमी हमेशा खलेगी’
By Bollywood Hungama News Network, Jul 6, 2020 - 17:13 hrs IST
बॉलीवुड की दिग्गज कॉरियोग्राफ़र सरोज खान का 3 जुलाई कार्डियक अरेस्ट के चलते मुंबई में निधन हो गया । 71 वर्षीय सरोज खान ने बॉलीवुड में अपने चार दशक से भी ज्यादा लंबे फ़िल्मी करियर में 2 हजार से अधिक गीतों को कोरियोग्राफ किया । लेकिन बॉलीवुड अभिनेत्री माधुरी दीक्षित को डांसिंग क्वीन बनाने का पूरा श्रेय सरोज खान को ही जाता है । माधुरी और सरोज की जोडी बॉलीवुड की हिट जोड़ी में से एक रही है । ऐसे में सरोज खान का निधन माधुरी दीक्षित के लिए किसी सदमे से कम नहीं है । अपनी ‘गुरु’ सरोज खान के निधन पर माधुरी दीक्षित टूट गई हैं । सरोज खान के जाने का दर्द सोशल मीडिया पर बयां करने के बाद अब माधुरी ने गुरु पूर्णिमा (रविवार को देशभर में गुरु पूर्णिमा मनाई गई) के मौके पर अपनी ‘गुरु’ सरोज खान को याद करते हुए एक इमोशनल पोस्ट लिखा ।
माधुरी दीक्षित ने सरोज खान के लिए लिखा इमोशनल पोस्ट
सरोज की जिंदगी में सबसे अजीज रही माधुरी ने सोशल मीडिया पर बताया कि वे सरोज खान से कितना प्यार करती थी और उनका कितना सम्मान करती थी । माधुरी ने अपनी पोस्ट में लिखा, “मुझे अभी भी विश्वास नहीं हो रहा है कि मास्टरजी इस दुनिया में नहीं हैं । उनके जैसे दोस्त और गुरु को खोना दर्द देने वाला है । मेरे लिए अपने दुख को शब्दों में लिख पाना मुश्किल था । मैंने उनकी बेटी से बात की थी जब सरोज जी अस्पताल में थीं और उसने कहा था कि सरोज जी ठीक हो जाएंगी । दो दिन बाद वो दुनिया छोड़ गईं ।
मैं उन पर फिदा थी
हमारा गुरु-शिष्य का बॉन्ड, सेट्स पर उनका मेरी मां का तरह मेरा ख्याल रखना मैं सबकुछ मिस करुंगी । आज गुरु पूर्णिमा के मौके पर मैं उन्हें श्रद्धांजलि देने चाहती हूं । कोई भी एक महिला को पर्दे इतनी खूबसूरत, आकर्षक और भावमय नहीं दिखा सकता जैसे वो दिखाती थीं । वो हर चीज को एक कविता की तरह ढाल देती थीं । मैं उन पर फिदा थी । मैंने उन्हें कहा था, ‘सरोज जी अगर आप शक्कर होती न तो मैं आपको चाय में डालकर पी जाती ।’ इस बात पर वो बहुत जोर से ठहाका लगाकर हंसती थीं । मुझे उनकी हंसी याद आएगी ।”
मजबूत इरादों वाली महिला थी सरोज खान
माधुरी ने आगे लिखा, “सरोज जी मुझसे बहुत से प्रश्न पूछा करती थीं जैसे कि ‘तुमने नृत्य क्यों सीखा?’ मुझे उनके प्रश्नों की कमी खलेगी । सरोज जी ने फिल्म जगत में काफी कुछ बदल दिया । वह पुरूषों के वर्चस्व वाले पेशे में एक विद्रोही थीं । उनके व्यक्तित्व में एक रूखापन सा था लेकिन मुझे लगता है कि उनके जीवन में काफी उतार- चढ़ाव थे । मुझे उनके जैसी दृढ़ और मजबूत इरादों वाली महिला की कमी हमेशा खलेगी ।”