सुशांत सिंह राजपूत के सुसाइड ने बॉलीवुड में नेपोटिज्म और इनसाइड़र-आउटसाइडर को लेकर बहस छेड़ दी है । हालांकि इससे पहले भी नेपोटिज्म का मुद्दा उठाया गया था लेकिन तब इस मुद्दे ने इतना जोर नहीं पकड़ा था । बॉलीवुड में इनसाइडर-आउटसाइडर को लेकर सब की अपनी-अपनी राय है । जहां कुछ लोग कहते हैं कि ऐसा कुछ बॉलीवुड में है ही नहीं वहीं एक वर्ग ऐसा भी है जो खुलकर ये कहता है कि बॉलीवुड में उन्होंने ऐसा भेदभाव सहा है । बॉलीवुड अभिनेत्री महिमा चौधरी, जिसने 23, साल पहले शाहरुख खान के साथ फ़िल्म परदेस से अपना बॉलीवुड डेब्यू किया था, ने बॉलीवुड हंगामा के साथ इनसाइडर-आउटसाइडर मुद्दे पर एक्सक्लूसिवली बात की है । महिमा चौधरी ने अपने पहले निर्देशक सुभाष घई के साथ हुए कड़वे एक्सपीरियंस के बारें में खुलकर बात की ।

EXPLOSIVE: महिमा चौधरी ने भी सहा फ़िल्म इंडस्ट्री में आउटसाइडर होने का दर्द, सुभाष घई और राम गोपाल वर्मा को लेकर किए खुलासे

महिमा चौधरी ने भी सहा आउटसाइडर होने का दर्द

महिमा ने खुलासा किया कि, “मुझे सुभाष घई ने काफ़ी परेशान किया था । वह मुझे अदालत में भी ले गए और चाहते थे कि मैं अपना पहला शो रद्द कर दूं । यह काफ़ी परेशानी भरा अनुभव था मेरे लिए । उन्होंने सभी निर्माताओं को संदेश दिया कि किसी को भी मेरे साथ काम नहीं करना चाहिए । यदि आप 1998 या 1999 की ट्रेड गाइड मैगजीन में देखेंगे, तो उसमें एक विज्ञापन था जो उन्होंने दिया था जिसमें कहा गया था कि यदि कोई मेरे साथ काम करना चाहता है, तो उस व्यक्ति को उनसे संपर्क करना होगा । और जो ऐसा नहीं करेगा तो यह इस अनुबंध का उल्लंघन होगा ।

जबकि सच्चाई ये थी उनके और मेरे बीच ऐसा कोई कॉंट्रेक्ट था ही नहीं जिसमें मुझे उनकी अनुमति लेनी हो । सलमान खान, संजय दत्त, डेविड धवन और राजकुमार संतोषी ये चार लोग मेरे साथ उस वक्त खड़े रहे थे । उन्होंने मुझे काफ़ी सपोर्ट किया । डेविड धवन ने मुझसे कॉल करके कहा था कि, ‘चिंता मत करो, और उसे तुम खुद को परेशान मत करने दो ।’ इन चार लोगों के अलावा मुझे किसी और का कॉल नहीं आया ।”

सत्या से भी बिना कहे ही निकाल दिया

महिमा ने राम गोपाल वर्मा के बारें में खुलासा करते हुए बताया कि, “राम गोपाल वर्मा ने मुझे सत्या के लिए साइन किया था लेकिन शूटिंग शुरू होने के दो दिन पहले ही मुझे फ़िल्म से निकाल दिया गया । यह मेरी दूसरी फ़िल्म होने वाली थी । मैंने साइनिंग अमाउंट भी ले लिया था । यहां तक की उन्होंने इतनी भी जहमत नहीं उठाई कि मुझे कॉल करके या मेरे मैनेजर को कॉल करके फ़िल्म से निकालने की वजह बताए । मुझे प्रेस से पता चला कि उन्होंने मेरे बिना शूटिंग शुरू कर दी थी । मैंने अपने इंटरव्यू में कह दिया था कि मैं हफ़्ते भर के अंदर सत्या की शूटिंग शुरू करुंगी । इतना ही नहीं मैंने और राम गोपाल वर्मा ने फ़िल्म में मेरे लुक के बारें में भी बात कर ली थी ।”

महिमा को निकाले जाने के बाद राम गोपाल वर्मा ने अपनी फ़िल्म सत्या में उर्मिला मांतोड़कर को साइन किया था । यह फ़िल्म एक बड़ी हिट साबित हुई थी ।

अंत में महिमा ने कहा कि, “मुझे यकीन है कि यदि मैं फ़िल्मी फ़ैमिली से होती तो मेरे साथ ये सब नहीं होता और न मुझे इतना परेशान किया जाता । लेकिन आपको इसके लिए डटकर संघर्ष करना होगा ।”