फ़िल्ममेकर्स अक्सर अपनी फ़िल्मों की रिलीज के लिए किसी स्पेशल डेट को लॉक करने की चाह में रहते हैं- खासकर फेस्टिवल के मौके पर जब हॉलिडे हो । उन्हें लगता है कि, फेस्टिवल या हॉलिडे के मौके पर यदि वो अपनी फ़िल्म, थिएटर में रिलीज करेंगे तो उन्हें ज्यादा से ज्यादा दर्शक मिलेंगे और इससे फ़िल्म का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन भी संभावित रूप से अच्छा होगा । लेकिन दिग्गज ट्रेड एनालिस्ट तरण आदर्श ऐसा नहीं मानते । बॉलीवुड हंगामा के साथ हुए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में तरण आदर्श ने यह जोड़ देकर कहा कि, कोई भी फ़िल्म फेस्टिवल या हॉलिडे के मौके पर रिलीज होने से हिट नहीं होगी, मेकर्स अपनी फ़िल्म को लेकर कॉंफिडेंट है तो फिर उनकी फ़िल्म को हिट होने से कोई नहीं रोक सकता और इसका सशक्त उदाहरण पुष्पा और पुष्पा 2 है ।
पुष्पा 2 नॉन हॉलिडे रिलीज है
पुष्पा 2 नॉन हॉलीडे पर रिलीज होने के बावजूद बॉक्स ऑफ़िस पर ब्लॉकबस्टर साबित हुई है । इस पर तरण आदर्श ने कहा, “अगले साल के लिए सभी फेस्टिवल या हॉलिडे की तारीखें पहले ही लॉक हो गई हैं । मेरा यही कहना है कि, जो लोग अपनी फ़िल्म की रिलीज के लिए हॉलीडे और फ़ेस्टिवल की डेट्स को लॉक करने की दौड़ लगाते हैं उन्हें इन चार बड़ी ब्लॉकबस्टर फ़िल्मों- बाहुबली 2, एनिमल, राजकुमार हिरानी की संजू और अब पुष्पा 2, से सीखना चाहिए । क्योंकि ये चारों ही ब्लॉकबस्टर फ़िल्में नॉन हॉलीडे के दिन रिलीज हुई, इस दौरान न कोई फ़ेस्टिवल था, न छुट्टियां थी, न कोई सेलिब्रेशन था । लेकिन जब लोग ये फ़िल्में देखने आए तो ऑटोमैटिक्ली सेलिब्रेशन शुरू हो गया । और ऐसी कई फ़िल्में हैं जो नॉन हॉलीडे के मौके पर रिलीज हुई और सुपरहिट बनकर उभरी । ये उन लोगों के लिए करारा जवाब है जो कहते हैं कि फ़िल्में सिर्फ़ फ़ेस्टिवल के मौके पर ही चलती हैं ।”
“तो मेरा कहने का मतलब यही है कि यदि आप अपनी फ़िल्म को लेकर कॉन्फ़िडेंट हैं, आपकी फ़िल्म में दर्शकों को आकर्षित करने की क्षमता है तो आपकी फ़िल्म को हिट-सुपरहिट बनाने से कोई नहीं रोक सकता । फ़िल्म की रिपीट वैल्यू जितनी होगी उतनी ही वो हिट होगी ।”
अंत में तरण आदर्श ने इसी बात पर जोर दिया की फ़िल्म को हिट बनाने में कंटेंट, अच्छा डायरेक्शन और उम्दा एक्टिंग के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है न की फेस्टिवल या हॉलिडे ।