बॉलिवुड की दिग्‍गज अभिनेत्री शबाना आज़मी आज अपना 70वां जन्मदिन मना रही हैं । इस खास मौके पर शबाना आज़मी ने हमसे सिनेमा और अपनी लाइफ़ को लेकर कई दिलचस्प बातें की ।

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लॉकडाउन के दौरान आपका पहला जन्मदिन है । तो आपके क्या बर्थडे प्लान्स हैं ?

कुछ भी नहीं करने के लिए नहीं है । यह एक नया अनुभव होगा ।

आपने अन्य कलाकारों की तुलना में काफ़ी कुछ हासिल किया है । तो क्या अब भी कोई अधूरे सपने हैं ?

मैंने अपने फ़्यूचर को लेकर कभी कोई प्लानिंग नहीं की । मैंने ये पहले भी कहा था । मुझे लगता है कि मैं सही समय पर सही स्थान पर रहने के लिए खुद को भाग्यशाली मानती हूं और इसलिए मेरे जीवन और करियर ने एक सही ग्रोथ हासिल की ।

तो और कुछ हासिल नहीं करना है अब ?

मैं आशा करती हूं कि मेरा सफ़र अभी यहीं खत्म नहीं हुआ है आगे इससे भी ड़ी चुनौतियों का इंतजार है । बारबरा स्ट्रीसंड की पंक्तियाँ मेरी पसंदीदा हैं, “ ”

एक समय था जब एक निश्चित उम्र के बाद कलाकारों को कोई दमदार भूमिका नहीं मिलती थी । क्या अब यह बदल रहा है ?

हां, यह काफी हद तक बदल गया है । दमदार रोल्स आज भी मेरे पास आते हैं, टचवुड । ईको सिस्टम बदल गया है । पूरी फ़िल्म को अपने कंधों पर खींचने की युवा कलाकारों की निर्भरता अब कम हो गई है । अब अनिवार्य रूप से फ़िल्म की कहानी में सीनियर एक्टर्स का रोल भी मुख्य भूमिका के साथ जोड़ा जाता है ।

क्या आपको लगता है कि ओटीटी प्लेटफ़ॉर्म्स ने प्रतिभाशाली कलाकारों के लिए एक नया दरवाजा खोल दिया है ?

ओटीटी प्लेटफ़ॉर्म्स ने हमें एहसास दिलाया है कि कंटेंट ही राजा होता है । सबको खुश करने का उद्देश्य लेकर अब फ़िल्में नहीं बनाई जाती हैं । फ़िल्म इंडस्ट्री ने अब ये महसूस कर लिया है कि यहां सभी प्रकार के कंटेंट के लिए हर तरह के दर्शक मिल सकते हैं ।

क्या आपको लगता है कि बॉलीवुड में स्टार सिस्टम खत्म हो रहा है ?

असल में मार्केटिंग की जरूरत तो वहां है जहां फ़िल्म में कोई बड़ा स्टार न हो । लेकिन इसके विपरीत देखा जा रहा है । बड़ी फ़िल्मों का मार्केटिंग बजट भी काफ़ी ज्यादा होता है । जो फ़िल्म जितनी छोटी होती है उसकी विजिब्लिटी उतनी ही छोटी होती । ऐसे में कम मार्केटिंग की वजह से छोटी फ़िल्म पंगु हो जाती है । लेकिन यदि हमें यह फ़र्क हटाना है तो हमें याद रखना होगा कि वेनिस में बेस्ट स्क्रीनप्ले अवॉर्ड चैतन्य तम्हाने की फ़िल्म The Disciple को मिला था ।

आज के दौर की अभिनेत्रियों में से कौनसी अभिनेत्री आपको दिलचस्प लगती है ?

तब्बू, विद्या बालन, आलिया भट्ट बहुत अच्छी अभिनेत्री हैं । विद्या का वॉइस मॉड्यूलेशन बहुत शानदार है । मुझे लगता है कि आज की पीढ़ी की अभिनेत्री अपने फ़िट फ़िगर को पाने में अपना समय ज्यादा लगाती है , जो होना भी चाहिए लेकिन वॉइस मॉड्यूलेशन पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है । और हां, प्लीज कोई उन्हें सही जगह पर नुक्ता लगाना सीखा सकता है ?!!! बेवकूफ़ होता है न कि बेवाकुफ़, खूबसूरत, खुशबू, ख्याल में नुक्ताएं है जैसे की मिज़ाज होता है न कि मिजाज, इत्यादि ।

आपके भाई हाल ही में निर्देशक बने । तो आपका क्या ख्याल है डायरेक्टर बनने के बारें में ?

जाने दो न ! बहुत मेहनत है उसमें..उससे ज्यादा आसान तो एक्टर बनना है !!

आपके इस खास दिन पर देश के लिए कोई संदेश ?

कैफ़ी साब का एक गाना था जो उन्होंने IPTA (इंडियन पीपुल्स थिएटर एसोसिएशन) के लिए लिखा था-

“तोड़ना अपना काम नहीं है

हम है दिलों को जोड़ने वाले

क्या हिंदू और क्या मुस्लिम

कैसे गोरे कैसे काले

एक ही माला के सब दाने”