बॉलीवुड के मशहूर प्लेबैक सिंगर सोनू को कला के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिए देश के चौथे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार- पद्मश्री से सम्मानित किया जाएगा । गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर पद्म पुरस्कारों की घोषणा की गई जिसमें 128 लोगों में से एक सोनू निगम हैं जिन्हें पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित क्या गया है । 48 वर्षीय सोनू को कला के क्षेत्र में मिले पद्मश्री सम्मान को लेकर कुछ लोगों को मानना है कि सिंगर को ये सम्मान असल में बहुत पहले ही मिल जाना चाहिए था अब बहुत देर हो चुकी है । इस पर हालांकि सोनू ने भी सहमति जताई । सोनू का भी यही मानना है कि उनके पास ये अवॉर्ड आने में बहुत देर हो गई लेकिन इसके लिए उन्होंने कोई लॉबिंग नहीं की बल्कि ये अपने आप उनके पास आया है जिसकी उन्हें बहुत खुशी है । बॉलीवुड हंगामा के साथ हुई एक्सक्लूसिव बातचीत में सोनू ने इस मुद्दे पर खुलकर बात की ।

EXCLUSIVE: पद्मश्री अवॉर्ड लेने से कतरा रहे थे सिंगर सोनू निगम, कहा- ‘आपको नहीं लगता कि ये बहुत ज्यादा लेट हो गया’ ; लेकिन बिना किसी लॉबिंग के ये सम्मान मिलने पर जताई खुशी

पद्मश्री सोनू निगम

इंटरव्यू के दौरान सोनू ने बॉलीवुड हंगामा को एक्सक्लूसिवली बताया कि, “मैं शूटिंग कर रहा था जब मुझे कॉल आया जिसे मैंने उठाया नहीं फ़िर मैसेज आया मिनिस्टरी ऑफ़ होम अफ़ेयर्स की तरफ़ से कि कुछ अर्जेंट है लेकिन सब कुछ पॉजिटिव है । फ़िर मैंने शॉट के बीच में उन्हें कॉल किया तो उन्होंने मुझसे कहा कि भारत सरकार द्दारा तुम्हें पद्मश्री सम्मान से समानित क्या जा रहा है, क्या आप इसे स्वीकार करते हैं ? तो मैंने ये काफ़ी समय से ठाना हुआ था कि जब भी मुझे इसे लेकर कॉल आएगा तो मैं ये कहूंगा । फ़िर मैंने उनसे कहा कि, क्या आपको नहीं लगता कि ये कुछ ज्यादा लेट हो गया है । आप मेरे से 15-15 साल बाद आए लोगों को मुझसे 5-5 साल पहले पद्मश्री पुरस्कार दे चुके है । और आप अब मुझे ये सम्मान दे रहे हैं इतना लेट ।

मुझे नहीं लगता कि मैं आपका ये सम्मान स्वीकार करुंगा

“आप मुझे अब पद्मश्री दे रहे हैं और इसे लेकर आप मुझे कब से नचा रहे हैं । आप मुझसे हमेशा यही कहते रहे कि इस बार आपका नाम विचाराधीन है, कभी कहते कि आपका नाम आ रहा है । हम भी इंसान है और ऐसे प्रलोभन में आ जाते हैं । आखिर ऐसा कौन है जिसे अवॉर्ड दिया जाए और वो ये बोले कि नहीं-नहीं हमें अवॉर्ड नहीं चाहिए । अवॉर्ड मिलना सभी को अच्छा लगता है लेकिन वो कहते हैं न कि इंसाफ़ यदि देर से किया जाए तो फ़िर वो इंसाफ़ नहीं रह जाता । फ़िर मैंने उनसे कहा कि मुझे नहीं लगता कि मैं आपका ये सम्मान स्वीकार करुंगा ।

इस अवॉर्ड के लिए मैंने कोई लॉबिंग नहीं की

“फ़िर उन्होंने मुझसे कहा कि नहीं जी मैं आपसे यही कहूंगा कि आप से स्वीकार कर ले । हम तो आपके फ़ैन है लेकिन भारत सरकार की तरफ़ से अब आपको इसके लिए चुना गया है । तो मैंने उनसे कहा कि, मुझे नहीं लगता कि मुझे ये लेना चाहिए ये वाकई बहुत लेट है । अब आप मुझे पद्मश्री देंगे अब तो मेरी उम्र भी हो चुकी है । अब मैंने इस बारें में सोचना छोड़ दिया है । ये सब चलता रहा और वो मुझे समझाते रहे फ़िर मैंने उनसे कहा कि मुझे 5 मिनट दीजिए मैं अपने पापा से बात करके आपको फ़िर से फ़ोन करता हूं ।

“तब तक इस दौरान मेरा मेरी शूटिंग पर कोई ध्यान नहीं रहा । फ़िर अचानक मुझे महसूस हुआ कि इस अवॉर्ड के लिए मैंने कोई लॉबिंग नहीं कि ये अपने आप आया है । जैसा कि आपको पता है कि इसके लिए बहुत लॉबिंग की जाती है । मेरे लिए भी दो-तीन लोग कर चुके हैं लेकिन मुझे हमेशा से ही लगता था कि इस तरह से यदि मुझे पद्मश्री मिलता है तो उसका मजा ही नहीं आएगा । अब यह मुझे ऑर्गेनिकली मिला है जिसकी मुझे बहुत खुशी है ।”