अभिनेता गुलशन देवैया के लिए साल 2023 काफ़ी फ़्रूटफ़ुल साबित हो रहा है । इस साल गुलशन देवैया ने बैक-टू-बैक तीन हिट वेब सीरिज की हेट्रिक लगाई है । पहले दहाड़, फिर गंस एंड गुलाब्स और अब दुरंगा सीजन 2 में एक बार फिर गुलशन देवैया ने अपनी एक्टिंग स्किल से प्रभावित कर दिया । बॉलीवुड हंगामा के साथ हुए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में गुलशन देवैया ने बताया कि दुरंगा 2 में उनका किरदार ‘अभिषेक बाने’ इतना आसान नहीं था । इसी के साथ गुलशन ने बताया कि, बैक-टू-बैक तीन हिट वेब सीरिज देने के बाद अब उन्हें ज्यादा दिलचस्प और बड़े-बड़े ऑफर्स आ रहे हैं । गुलशन ने यह भी बताया कि, वेब सीरिज में उनके विलेन के किरदार को देखकर साउथ फ़िल्म इंडस्ट्री से भी उन्हें मैन लीड विलेन का किरदार ऑफर हुआ ।
दहाड़, गंस एंड गुलाब्स और अब दुरंगा 2 के साथ हेट्रिक लगाने पर क्या अब सेंस ऑफ एचीवमेंट वाली फीलिंग आ रही है ?
ऐसा तो मैं नहीं सोचता हूं । लेकिन हां, दुरंगा सीजन 2 को लोगों ने काफ़ी पसंद किया ये जानकर बहुत ख़ुशी हुई । और इसका अंदाज़ा हमें सीजन 1 से हो गया था । जब आपके काम को पसंद किया जाता है तो अच्छा लगता है । दहाड़, गंस एंड गुलाब्स और अब दुरंगा सीजन 2 की हैट्रिक का पूरा क्रेडिट मैं अकेले नहीं ले सकता क्योंकि ये सभी की मेहनत का फल है । इस हेट्रिक का क्रेडिट भी सभी में बंटना चाहिए । लेकिन हाँ मैं भी अच्छा महसूस कर रहा हूँ क्योंकि जब लोग ये कहते हैं कि बैक-टू-बैक तीन शोज़ हिट रहे तो ये करियर के लिए अच्छा रहता है ।
दुरंगा एक साइक्लोजोजिकल थ्रिलर है इसलिए ऐसे रोल प्ले करना आसान नहीं होता है । आपने अपने किरदार के लिए क्या क्या तैयारी की और ये कितना चैलेंजिंग रहा आपके लिए ?
इस किरदार के लिए ज़्यादातर तैयारी सीजन 1 के समय ही हो गई थी । ये किरदार बहुत अच्छी ज़िंदगी से नहीं गुजरा है । एक ट्रोमा से गुजरा है वो इसलिए जब आप ऐसे किरदार को प्ले करते हो तो आपको उसे पहले समझना होता है, उस पर काम करना होता है । ये भी समझना होता है कि राइटर उस किरदार को कितना दिखाना चाहता है और कितना नहीं । ये किरदार चैलेंजिंग इसलिए रहा क्योंकि वो किरदार उतना एक्सप्रेसिव नहीं है । इसलिए मेरी कोशिश यही रही की उसके एक्सप्रेशन आँखों में रहे और फ़ेस और बॉडी पर उतना नज़र नहीं आए । अच्छी बात ये है कि दर्शक आँखों के एक्सप्रेशन को पसंद करते हैं । सीजन 1 में असल में ज्यादा चैलेजिंग रहा क्योंकि सीजन 2 में उसके दोहरे व्यक्तित्व के बारें में सब कुछ पता चल गया था । तो मैं यही कहूंगा की सीजन 1 में इसकी काफ़ी हद तक तैयारी हो चुकी थी इसलिए सीजन 2 में इस पर ज्यादा काम नहीं करना पड़ा ।
दुरंगा शब्द जब आपने पहली बार सुना तब आपके दिमाग में किसी की छवि आई या कोई एक्सपीरियंस रहा हो जिससे आप रिलेट करते हों, इंडस्ट्री में या उससे बाहर ?
(हंसते हुए) ऐसे तो बहुत लोग होंगे और सभी की लाइफ़ में होते भी हैं । ऐसे बहुत से लोग होते हैं मेरे दोस्तों में भी हैं कुछ लोग । वैसे तो मेरे वो बहुत अच्छे दोस्त हैं लेकिन मैं जानता हूं कि दुरंगापन हैं उनमे । असल में कुछ लोग मासूमियत में भी ऐसा कर देते हैं । मैं ख़ुद मिथुन राशि का हूं इसलिए मैं वो दूरंगापन ख़ुद में देख पाता हूं । मेरे भी मूड्स बहुत बदलते रहते हैं । मैं अचानक ख़ुशी से अकेलेपन को पसंद करने लगता हूँ ।
आपका ऐसा कोई किरदार जिस पर आपको सबसे ज्यादा प्राउड फील होता हो ?
घोस्ट स्टोरीज़ में रिया के पापा जब मैंने मॉन्सटर का रोल प्ले किया था । वो रोल मेरे लिए बहुत मुश्किल था । फ़िज़िकली और मैंटली बहुत चैलेंजिंग रोल था वो मेरे लिए । उस किरदार के लिए रेडी होने में मुझे साढ़े तीन घंटे लगते थे । कभी-कभी तो सुबह ढाई बजे भी मुझे मेकअप चेयर पर बैठना पड़ता था । जब वो ख़त्म हुआ था तो मुझे बहुत ख़ुशी हुई थी कि मैंने कुछ मुश्किल काम किया । इसके अलावा मुझे दिवाकर बनर्जी जैसे प्रतिभाशाली निर्देशक के साथ काम करने का मौक़ा भी मिला । इसलिए मुझे अपने उस किरदार पर बहुत प्राउड है ।
एक सक्सेसफ़ुल प्रोजेक्ट फिर चाहे वो फ़िल्म हो या वेब सीरिज, देने के बाद करियर में और रास्ते खुलने लगते हैं । क्या आपने भी अपने करियर में ऐसे कुछ चेंजेंज देखे ?
हां, धीरे-धीरे नज़र आ रहा है मुझे अब काफ़ी अच्छे-अच्छे प्रोजेक्ट्स मिल रहे हैं । कई बार तो ऐसा होता है कि, एक साथ कई अच्छे प्रोजेक्ट आ जाते हैं मैं सभी को करना भी चाहता हूँ लेकिन हो नहीं पाता डेट्स कि वजह से । दो बड़ी पैन इंडिया फ़िल्मों के आगे के पार्ट्स भी मुझे ऑफर हुए हैं मैन विलेन के लिए । वो चाहते हैं कि मैं उनकी फ़िल्म में मुख्य खलनायक का रोल करूँ लेकिन मैं कर नहीं पा रहा हूं । क्योंकि समय नहीं है । हालाँकि जब अच्छे प्रोजेक्ट हाथ से जाते हैं तो थोड़ा बुरा लगता है लेकिन अच्छा भी लगता है ये सोचकर की करियर ग्रो हो रहा है धीरे-धीरे । मैं अपने फ़ैंस को भी निराश नहीं करना चाहता इसलिए मैं अलग-अलग क़िस्म का काफ़ी मनोरंजक काम कर रहा हूं । मैं सभी काम एक साथ नहीं करना चाहता । मैं हर वक़्त काम करने वाला इंसान बिल्कुल नहीं हूं । मैं साल के 365 दिनों में से 200 दिन काम करना चाहता हूँ बाक़ी के दिनों में मुझे छुट्टी चाहिए । (हंसते हुए जवाब दिया)
एक्टर बनने के बाद आपकी लाइफ़ का टर्निंग प्वाइंट ?
टर्निंग प्वाइंट यही रहा कि लोग आपके काम से आपको पहचानते हैं । लोग जब मुझसे प्यार से मिलते हैं तो मुझे ऐसा लगता है कि मेरे काम का प्रभाव पड़ा है उन सभी पर । फ़ाइनेनिशियल सिक्योरिटी तो है ही साथ ही मैंने जिस दुनिया का सपना देखा था उसे मैं अब जी रहा हूँ । पहले तो शोबिज एक सपना ही था लेकिन अब एक्टर बनकर सपने का पूरा होने जैसा फील होता है । यकीनन जब सपने साकार होते हैं तो अच्छा ही लगता है । मेहनत तो बहुत लोग करते हैं लेकिन हर किसी के सपने पूरे नहीं होते लेकिन ये मेरी ख़ुशक़िस्मती है कि मेरा सपना अब सपना नहीं रहा बल्कि हक़ीक़त बन गया
आपके अपकमिंग प्रोजेक्ट्स ?
दो फ़ीचर फ़िल्म है मेरी जो अगले साल कंप्लीट होगी । पहली उलझ है जिसमें जाह्नवी कपूर एक्ट्रेस हैं फिर उसके बाद, लिटिल थॉमस, जो बच्चों की फ़िल्म है, इसमें रसिका दुग्गल है मेरे साथ । इसके अलावा एक वेब सीरिज़ के लिए मैं अभी शूट कर रहा हूं । यह एक कॉमेडी थ्रिलर है ।