आदर्श गौरव, जो अपनी दमदार अदाकारी के लिए जाने जाते हैं, ने खुलासा किया है कि वह भविष्य में कैमरे के पीछे जाकर फिल्म निर्देशन करना चाहते हैं। एक अभिनेता के रूप में पहचान बना चुके आदर्श को फिल्म मेकिंग का जुनून सिर्फ अभिनय तक ही सीमित नहीं है। उनकी लेटेस्ट फिल्म सुपरबॉयस ऑफ मालेगांव, जिसमें वह असली जिंदगी के फिल्ममेकर नासिर शेख से प्रेरित किरदार निभा रहे हैं, ने उनके अंदर सिनेमा को एक नए नज़रिए से देखने की जिज्ञासा को और बढ़ा दिया है।

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आदर्श गौरव को करनी है फिल्ममेकिंग

अपने निर्देशन के सपनों और नासिर शेख की भूमिका निभाने के अनुभव पर बात करते हुए आदर्श ने कहा, “कहानियां सुनाना हमेशा से मुझे आकर्षित करता रहा है, सिर्फ एक अभिनेता के रूप में नहीं, बल्कि एक संपूर्ण रचनात्मक शक्ति के रूप में। मैं कैमरे के पीछे की दुनिया से भी उतना ही जुड़ा हुआ महसूस करता हूं—किसी कहानी को गढ़ने की प्रक्रिया, किरदारों को आकार देने और भावनाओं को पर्दे पर जीवंत करने की कला। मेरा हमेशा से इरादा रहा है कि मैं रचनात्मक दुनिया के हर पहलू को तलाशू और निर्देशन उसी दिशा में एक स्वाभाविक कदम है। हालांकि, अभी मैं बतौर अभिनेता अपने हुनर को और निखारना चाहता हूं, लेकिन निर्देशन मेरे दिमाग में हमेशा रहता है।”

आदर्श आगे कहते हैं, “इस फिल्म ने मुझे फिल्म मेकिंग के शुद्ध रूप की ओर झुकाव दिया है। नासिर शेख की कहानी जुनून और संघर्ष की मिसाल है—वह बेहद सीमित संसाधनों में भी शानदार सिनेमा बनाते हैं। मैंने देखा कि कैसे उन्होंने छोटे बजट, स्थानीय कलाकारों और कच्ची प्रतिभा के साथ फिल्मों को हकीकत में बदला। इससे मुझे एहसास हुआ कि सिनेमा सिर्फ भव्य सेट और बड़े बजट तक सीमित नहीं है, बल्कि इसकी असली ताकत कहानी और उससे जुड़ी भावनाओं में होती है।”

भविष्य में निर्देशन की ओर बढ़ने की सोच पर आदर्श ने कहा, “इस फिल्म ने मुझे फिल्म निर्माण की बारीकियों को करीब से समझने का मौका दिया है। मैं निश्चित रूप से भविष्य में निर्देशन करूंगा। अभिनय ने मुझे किरदार, भावनाओं और परफॉर्मेंस की गहरी समझ दी है, जिसे मैं एक निर्देशक के रूप में इस्तेमाल करना चाहता हूं। फिलहाल, मेरा ध्यान अपने अभिनय को निखारने पर है, लेकिन जब सही समय आएगा, मैं निर्देशन की दुनिया में कदम जरूर रखूंगा।”

सुपरबॉयस ऑफ मालेगांव में आदर्श गौरव का किरदार सिर्फ एक और भूमिका नहीं है, बल्कि यह उन सपने देखने वालों को श्रद्धांजलि है जो हर मुश्किल के बावजूद सिनेमा को अपना जीवन बना लेते हैं। जैसे-जैसे आदर्श अपने करियर में नई ऊंचाइयों को छू रहे हैं, उनके प्रशंसकों को उनके अभिनेता से निर्देशक बनने के इस सफर का बेसब्री से इंतजार रहेगा।