‘भारतीय सिनेमा के जनक’ कहे जाने वाले दादा साहब फाल्के के जीवन के ऊपर फ़िल्म बनाई जा रही है वो भी एक नहीं बल्कि दो अलग-अलग, एक बॉलीवुड में और एक साउथ में । बॉलीवुड में बन रही दादा साहब फाल्के की बायोपिक में जहाँ आमिर खान दादा साहब फाल्के का किरदार निभाएंगे वहीं साउथ में बनी फिल्म मेड इन इंडिया में जूनियर एनटीआर दादा साहब फाल्के के किरदार में नजर आने वाले हैं । आज ही आमिर खान स्टारर दादा साहब फाल्के की बायोपिक फ़िल्म का अनाउंसमेंट हुआ जिसे राजकुमार हिरानी डायरेक्ट करने वाले हैं । वहीं जूनियर एनटीआर स्टारर दादा साहब फाल्के की लाइफ़ पर बेस्ड फ़िल्म मेड इन इंडिया को एस एस राजामौली बना रहे हैं ।

दो अलग-अलग फ़िल्मों में दादा साहब फाल्के बनेंगे आमिर खान और जूनियर एनटीआर ; राजकुमार हिरानी और एस एस राजामौली ने संभाली कमान

दादा साहब फाल्के बनेंगे आमिर खान और जूनियर एनटीआर

आमिर खान स्टारर  दादा साहब फाल्के की बायोपिक फिल्म की शूटिंग अक्टूबर 2025 से शुरू होने वाली है। आमिर खान, सितारे ज़मीन पर की रिलीज़ के तुरंत बाद अपने किरदार की तैयारी शुरू करेंगे। वहीं, LA के VFX स्टूडियो पहले ही फिल्म के दौर और समय को ध्यान में रखते हुए AI डिज़ाइन तैयार कर चुके हैं। राजकुमार हिरानी, अभिजात जोशी और दो अन्य लेखक हिंदुकुश भारद्वाज और अविष्कार भारद्वाज पिछले 4 साल से इस स्क्रिप्ट पर काम कर रहे हैं।

जूनियर एनटीआर आगामी फिल्म मेड इन इंडिया में भारतीय सिनेमा के जनक दादासाहेब फाल्के की भूमिका निभाने जा रहे हैं। यह फिल्म एक पैन-इंडिया रिलीज़ के तौर पर तैयार की जा रही है और इसे भारतीय सिनेमा की शुरुआत और विकास पर आधारित बायोपिक के रूप में प्रस्तुत किया जाएगा। साल 2023 में एस.एस. राजामौली ने इस प्रोजेक्ट की घोषणा की थी, जिसे वरुण गुप्ता (मैक्स स्टूडियोज़) और एस.एस. कार्तिकेय (शोइंग बिज़नेस) द्वारा प्रोड्यूस किया जाएगा। तब से इस फिल्म की स्क्रिप्ट पर काम चल रहा था और अब इसकी फाइनल ड्राफ्ट लॉक कर दी गई है।

सूत्रों के अनुसार, हाल ही में एस.एस. राजामौली, एस.एस. कार्तिकेय और वरुण गुप्ता ने यह स्क्रिप्ट जूनियर एनटीआर को सुनाई, जिन्होंने तुरंत ही फिल्म के लिए अपनी स्वीकृति दे दी। सूत्रों के अनुसार, आरआरआर अभिनेता दादासाहेब फाल्के की अनजानी कहानियों से बेहद प्रभावित हुए। यह कहानी भारतीय सिनेमा के जन्म और विकास पर आधारित है, और इसकी बारीकियों ने जूनियर एनटीआर को चौंका दिया। स्क्रिप्ट सुनने के बाद, उन्होंने स्क्रीनप्ले और उसके ट्रीटमेंट पर विस्तार से चर्चा की। यह फिल्म उन्हें एक्शन से हटकर एक ऐसा किरदार निभाने का मौका देगी, जो उन्होंने पहले कभी नहीं किया।

जूनियर एनटीआर के नेतृत्व में बन रही मेड इन इंडिया एस.एस. राजामौली, एस.एस. कार्तिकेय और वरुण गुप्ता की रचनात्मक दृष्टि के साथ भारतीय सिनेमा के इतिहास में गहराई से उतरने का प्रयास करेगी। यह फिल्म दादासाहेब फाल्के की नज़र से भारतीय सिनेमा की शुरुआत को दिखाएगी और दर्शकों को एक ऐसा सिनेमाई अनुभव देगी जो पहले कभी नहीं देखा गया।