सेंसर बोर्ड विवाद से लेकर आलिया भट्ट का बिहारी चित्रण , पिछले कुछ हफ़्तों से फ़िल्म उड़ता पंजाब ने कई विवादों और नाराज़गी का सामना किया । फ़िल्म की रिलीज डेट को लेकर सेंसर बोर्ड से छिड़ी जंग के बाद फ़ाइनली फ़िल्म को हरी झंडी तो मिल गई , लेकिन अभी भी उड़ता पंजाब की रिलीज की प्रक्रिया उतनी आसान दिखाई नहीं दे रही है । वास्तव में अब ये और भी ज्यादा जटील होता जा रहा है जबसे फ़िल्म की कॉपी इंटरनेट पर लीक हुई । फ़िल्ममेकर अब इम सब के खिलाफ़ कानून कार्यवाही करने की तैयारी में हैं ।
प्रेस कांफ़्रेंस, सोशल मीडिया विस्फोटों और सेंसर बोर्ड के खिलाफ़ लंबी लड़ाई लड़ने के बाद उड़ता पंजाब फ़िल्म के प्रमाणन के लिए बॉम्बे हाई कोर्ट गई । बॉम्बे हाई कोर्ट ने न केवल सेंसर बोर्ड द्दारा फ़िल्म में की गई कटौती की निंदा की बल्कि फ़िल्म को सिर्फ़ एक सीन काटने और कुछ बदलाव के साथ रिलीज करने की हरी झंडी भी दे दी । जैसे ही फ़िल्म को बॉम्बे हाई कोर्ट की तरफ़ से पास कर दिया गया और फ़िल्म को उसकी रिलीज डेट पर ही रिलीज करने के निर्णय से फ़िल्ममेकर्स ने राहत की सांस ली । रिलीज के दो दिन पहले ही उड़ता पंजाब फ़िर मुश्किल में आ गई जब फ़िल्म की कई कॉपी इंटरनेट पर वायरल हो गईं । वास्तव में< हमने सुना है कि, इंटरनेट पर फ़िल्म उड़ता पंजाब के दो वर्जन हैं , एक तो वो जिसमें कोई कांटाछांट नहीं की गई यानि सेंसर बोर्ड के पास जाने से पहले वाली कॉपी और दूसरी कॉपी वो जिसमें सेंसर बोर्ड ने अपना हस्तक्षेप किया और 90 से ज्यादा सीन को काट दिया गया था , ये दोनों ही फ़िल्म की कॉपियां इंटरनेट पर डाउनलोड के लिए उपलब्ध हैं । ये कहा जा रहा है कि फ़िल्म मेकर ने अब साइबर क्राइम सेल से संपर्क किया है कि इंटरनेट से ये सारी ऑनलाइन कॉपी हटा ली जाए । पुलिस ने सूचना प्रौद्योगिकी और कॉपीराइट अधिनियम की धाराओं के तहत रिपोर्ट दर्ज कर ली है ।
वहीं दूसरी तरफ़, फ़िल्म के अभिनेता अपने प्रशंसकों से पाइरेसी के लिए निवेदन कर रहे हैं , साथ ही फ़िल्मी जगत से भी कई हस्तियां उनके समर्थन में सामने आई हैं ताकि वो प्रशंसकों को थिएटर में आकर फ़िल्म देखने के लिए प्रोत्साहित कर सके ।
इसके अलावा, उड़ता पंजाब को गैर सरकारी संगठन द्दारा फ़िल्म में नशीली दवाओं के दुरुपयोग,फ़िल्म का कंटेट और साथ ही फ़िल्म को प्रमाणित करने के फ़ैसले को चुनौती देने जैसे प्रतिरोधों का सामान करना पड़ रहा है ।