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सेंसर बोर्ड को लेकर लेटेस्ट विवाद ये है कि सेंसर बोर्ड की सेंसर सर्टिफ़िकेशन की कॉपी लीक हो गई है और ऐ दिल है मुश्किल में जो कटौती का आदेश दिया गया है वह राई का पहाड़ बनाने का एक क्लासिक मामला है ।

असल में लीकेज जैसा कोई मामला हुआ ही नहीं है और सेंसर बोर्ड द्दारा फ़िल्म में जो कटौती की गई है वह बिल्कुल तर्कसंगत है ।

सीबीएफसी प्रमुख पहलाज निहलानी बताते हैं कि, सेंसर सर्टिफ़िकेशन और कटौती की डिटेल लीक किए जाने के बारें में यह सब क्या है ? यह अंदर और सार्वजनिक डोमेन के बारे में जानकारी है । यदि आप सीबीएफ़सी की ऑफ़िसियल वेबसाइत पर जाते हैं तो आप हर फ़िल्म की कांट-छांट के बारें में विस्तार से जानकारी पाएंगे ।

जनवरी 2015 में सीबीएफसी की अध्यक्ष के रूप में पदभार संभाल लेने के बाद, निहलानी ने सीबीएफसी वेबसाइट पर प्रत्येक फिल्म में की गई कटौती पर एक प्रतिबंध डाल दिया है ।

वह इस बारें में विस्तार से बताते हुए कहते हैं कि, प्रदर्शक निर्माताओं के साथ पब्लिक डोमेन में कटौती के साथ आक्रामक हो जाते हैं । उदाहरण के लिए, जब ऐ दिल है मुश्किल की कांट-छांट के बारें में प्रदर्शकों को बताया, तो प्रदर्शक उत्तेजित हो गए, क्योंकि रणबीर कपूर के साथ अनुष्का शर्मा का किसिंग सीन लंबाई में कम कर दिया गया । उनको लगता है कि दर्शकों को मजा नहीं आएगा यानी यह जनता के हित से दूर ले जाया गया । कोई भी-कभी भी सीबीएफ़सी की ऑफ़िसियल बेवसाइट पर जा सकता है और किसी भी फ़िल्म की कटौती के बारें में जानकारी पा सकता है ।

सेंसर सर्टिफ़िकेट की बात की जाए तो, इसकी एक फ़ोटोकॉपी प्रत्येक प्रदर्शक को प्रदान कर दी गई है ।

निहलानी कहते हैं कि, यह एक नियम है । हर एक प्रदर्शक को सेंसर सर्टिफ़िकेशन की एक फ़ोटोकॉपी प्रदान की गई है ताकि वह प्रत्येक फ़िल्म को प्ले करने का सटीक समय जानें । सेंसर सर्टिफ़िकेशन इश्यू हो चुका है इसलिए इसमें कुछ भी गोपनीय नहीं है न ही सेंसर सर्टिफ़िकेशन की कोई कॉपी लीक हुई है ।