68वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की आखिरकार शुक्रवार को राजधानी में घोषणा कर दी गई है और फिल्म निर्माता विपुल शाह की अध्यक्षता वाली जूरी के 10 सदस्यों की टीम ने अंतिम फैसला किया है । इसके लिए विपुल अमृतलाल शाह और उनकी टीम ने एक छोटे टाइम पीरियड में कुल 66 फ़िल्में देखीं हैं । हालांकि, इस दौरान आने वाली कई चुनौतियों के बावजूद जूरी मेंबर्स ने डिजर्विंग फिल्मों को चुनने में शानदार काम किया है ।

68वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों के लिए 10 जूरी सदस्यों की टीम का नेतृत्व करने पर विपुल अमृतलाल शाह ने कहा, “कम समय में 66 फिल्में देखना चुनौतीपूर्ण था”

अपने इस अनुभव को साझा करते हुए विपुल अमृतलाल शाह कहते हैं, “राष्ट्रीय पुरस्कार जूरी का अध्यक्ष बनना एक सम्मान की बात थी। यह कोविड प्रभावित साल 2020 के लिए था, जहां-ज्यादातर फिल्मों की शूटिंग और रिलीज रुक गई, इसलिए मुझे संदेह था कि अच्छी फिल्में शायद न हो, लेकिन हमारे आश्चर्य के लिए कई अद्भुत फिल्में थीं और उन पर विचार-विमर्श किया गया जो उन फिल्मों के लिए एक बड़ा सम्मान था। हमने अपना काम पूरी ईमानदारी और कमिटमेंट के साथ किया है। कम समय में 66 फिल्में देखना चुनौतीपूर्ण था और जूरी के सभी मेंबर्स अपने काम के प्रति पूरी तरह से कमिटेड थे और उन्होंने बहुत अच्छा काम किया है, इसलिए उन सभी को मेरी बधाई ।

इस बीच, विपुल अमृतलाल शाह ओटीटी पर अपनी कमांडो फ्रेंचाइजी जारी रखने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। डिज़्नी+ हॉटस्टार पर ह्यूमन की सफलता के बाद वेब सीरीज़ प्रारूप में कमांडो फ़्रैंचाइज़ी की यह अविश्वसनीय निरंतरता पप्लेटफॉर्म और निर्माता दोनों के लिए एक जीत की तरह लगती है। विपुल शाह बैंक डकैती पर एक अनटाइटल्ड फिल्म के साथ 'द केरला स्टोरी' को सिनेमाघरों में लाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।

यहां 68वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों के विजेताओं के नाम दिए गए हैं- बेस्ट फीचर फिल्म: सोरारई पोटरू, बेस्ट डायरेक्टर: सैची, अय्यप्पनम कोशियुम: बेस्ट पॉपुलर फिल्म प्रोवाइडिंग होलसम एंटरटेनमेंट, बेस्ट एक्टर: सूर्या फॉर सोरारई पोटरू और अजय देवगन फॉर तान्हाजी, बेस्ट एक्ट्रेस: अपर्णा बालमुरली, सोरारई पोटरू, बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर : बीजू मेनन, अय्यप्पनम कोशियाम, बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस: लक्ष्मी प्रिया चंद्रमौली, शिवरंजनियुम इनम सिला पेंगलम सहित कई अन्य ।