भारतीय सिनेमा में अपनी दमदार अदाकारी और अद्वितीय कहानी कहने की कला से अलग पहचान बनाने वाले सोहम शाह ने एक बार फिर अपनी सोच और जुनून से दर्शकों को प्रभावित किया है। उनकी फिल्म तुम्बाड आज भी भारतीय सिनेमा में एक मील का पत्थर मानी जाती है। अपनी दिलचस्प कहानी और विजुअल ट्रीटमेंट के लिए मशहूर इस फिल्म को हाल ही में फिर से रिलीज़ किया गया, जिसे दर्शकों और आलोचकों से खूब सराहना मिली।
सोहम शाह की सबसे बड़ी ख्वाहिश
हाल ही में, सोहम शाह ने मुंबई के HR कॉलेज के एनुअल फेस्टिवल में अपनी जिंदगी और सिनेमा के प्रति अपने गहरे जुड़ाव के बारे में बातचीत की। जब उनसे पूछा गया कि उनकी सबसे बड़ी ख्वाहिश क्या है, तो उन्होंने कहा, “आपकी सबसे बड़ी ख्वाहिश क्या है? मैंने तो बस एक ही ख्वाहिश देखी है, जो शायद बहुत ही क्लिशे लगे। मैं चाहता हूं कि जब भी मेरी मौत हो, तो वो फिल्म के सेट पर हो। ये मेरे लिए सबसे मज़ेदार बात होगी। इसके अलावा सब क्लियर है।”
सोहम की इस ईमानदार और गहरी बात ने वहां मौजूद सभी लोगों को प्रेरित किया। उनके शब्द इस बात का सबूत हैं कि उनके लिए सिनेमा सिर्फ एक पेशा नहीं है, बल्कि उनकी जिंदगी और आत्मा है। सोहम का मानना है कि उनकी हर सांस सिनेमा के लिए है, और यही उनकी कला को और भी खास बनाता है।
तुम्बाड 2 और क्रेज़ी से हैं उम्मीदें
सोहम शाह अब अपनी आने वाली फिल्मों की तैयारी में जुटे हुए हैं। तुम्बाड 2 में दर्शकों को एक बार फिर उसी रोमांचक दुनिया में ले जाया जाएगा, जिसने पहली फिल्म को ऐतिहासिक बना दिया था। वहीं, उनकी अगली प्रोडक्शन फिल्म क्रेज़ी 7 मार्च 2025 को रिलीज़ होने वाली है। फिल्म का मोशन पोस्टर हाल ही में लॉन्च किया गया, जिसे दर्शकों से शानदार प्रतिक्रिया मिली है।
सिनेमा के प्रति सोहम शाह का जुनून न केवल उन्हें एक शानदार कलाकार बनाता है, बल्कि उनके विचार और दृष्टिकोण से भारतीय सिनेमा को नई ऊंचाइयों तक ले जाने की उम्मीद भी देता है। उनकी बातें और उनकी आने वाली फिल्में, दोनों ही सिनेमा प्रेमियों के लिए किसी तोहफे से कम नहीं।