स्वतंत्र सिनेमा में कई यादगार फिल्मों के साथ अपने करियर की शुरुआत करने वाली अभिनेत्री रसिका दुग्गल ने  विश्व स्तर पर अपने देश की प्रतिष्ठा में चार चांद लगाए हैं और इसकी वजह है उनकी शॉर्ट फिल्म द मिनिएट्यूरिस्ट ऑफ जूनागढ़ जिसकी स्क्रीनिंग  प्रतिष्ठित न्यूयॉर्क फिल्म फेस्टिवल में की जा रही है। इससे पहले भी इस दमदार अदाकारा ने फिल्ममेकर नंदिता दास और नवाजुद्दीन सिद्दीकी के साथ कांस फिल्म फेस्टिवल में मंटो फिल्म का प्रतिनिधित्व किया था। निर्देशक कौशल ओझा द्वारा निर्देशित इस शॉर्ट फिल्म में रसिका को दिग्गज अभिनेता नसीरुद्दीन शाह के साथ काम करने का अवसर मिला जो फिल्म और टेलीविजन इंस्टीट्यूट में उनके शिक्षक रह चुके हैं।

रासिका दुग्गल और नसीरूद्दीन शाह की द मिनिएट्यूरिस्ट ऑफ जूनागढ़ की न्यूयॉर्क इंडियन फ़िल्म फेस्टिवल में हुई स्क्रीनिंग

1947 में सेट की गई रसिका दुग्गल की यह लघु फिल्म एक ऐसे परिवार के रहस्य का पर्दाफाश करती जिन्होंने एक खूबसूरत लघु संग्रह को रखने का निश्चय कर लिया था। इस बहुमुखी अभिनेत्री की लाइफ फिर से घुमफिर कर उसी जगह पर आई है और इसकी वजह यह है की उन्होंने स्वतंत्र सिनेमा को एक बार फिर से पुनर्जीवित किया हैं, और अपने शिक्षक नसीरुद्दीन शाह के साथ बतौर छात्रा के अनुभव का फिर से आनंद उठाया है।

रसिका कहती हैं कि, "कौशल ने बहुत ही सौम्य और सम्मोहक कहानी लिखी है। कहानी कहने में एक संतुलन बनाए रखना सबसे मुश्किल है। मुझे फिल्म के विस्तारित रूप ने इसकी ओर आकर्षित किया था, और जाहिर सी बात है मेरे गुरु नसीरुद्दीन शाह के साथ काम करने के अवसर ने भी। मैं जो कुछ भी अपने काम के बारे में जानती हूं वह बहुमूल्य बुनियादी बातों पर आधारित है, जो मैने एफटीआईआई में बतौर छात्रा उनसे सीखा है और अभी बहुत कुछ सीखना बाकी है। मुझे बेहद खुशी है कि फिल्म न्यूयॉर्क के एक प्रतिष्ठित भारतीय फिल्म समारोह में प्रदर्शित और प्रतिस्पर्धा करने जा रही है।"

वर्कफ्रंट की बात करें तो रसिका लॉर्ड कर्ज़न की हवेली के अलावा और भी दो प्रोजेक्ट्स में नज़र आएंगी जिसका ऑफिशियल अनाउंसमेंट नहीं किया गया है।