संजय लीला भंसाली पहली निर्देशित सलमान खान और मनीषा कोइराला स्टारर ख़ामोशी: द म्यूज़िकल (1996) भारतीय सिनेमा की एक अमूल्य कृति मानी जाती है। इस फिल्म ने न केवल अपने समय में दर्शकों का दिल जीता, बल्कि आज भी यह एक कालजयी क्लासिक के रूप में याद की जाती है। भंसाली की संवेदनशील कहानी, दिल को छू लेने वाले संगीत और बेहतरीन अभिनय ने इसे एक स्थायी छाप छोड़ने में सफल रहा है । फिल्म के रिलीज होने के 28 साल पूरे होने पर, निर्माताओं ने इस अमर कहानी को याद करके इस मौके का जश्न मनाया।

सलमान खान और मनीषा कोइराला स्टारर ख़ामोशी: द म्यूज़िकल से इंस्पायर अमेरिकी फिल्म CODA ने जीता था ऑस्कर ; संजय लीला भंसाली की फ़िल्म ने कंप्लीट किए 28 साल

सलमान खान और मनीषा कोइराला की फिल्म ख़ामोशी: द म्यूज़िकल

ख़ामोशी: द म्यूज़िकल की वैश्विक प्रभाव की बात करें तो, इसने अमेरिका में भी अपनी छाप छोड़ी है। 2021 में रिलीज़ हुई अमेरिकी फिल्म 'CODA' (Child of Deaf Adults), जो कि सियन हे़डर द्वारा लिखित और निर्देशित थी, ने 'ख़ामोशी' से प्रेरणा ली। 'CODA' ने 3 ऑस्कर पुरस्कार जीते, जिसमें बेस्ट पिक्चर भी शामिल था, और यह एक अनूठी भारतीय फिल्म की अमेरिकी संस्करण के रूप में पहचान बनाई।

ख़ामोशी का कहानी संगीत, भावनात्मक गहराई और कलाकारों की परफॉर्मेंस ने इसे भारतीय सिनेमा की शान बना दिया। इसने न केवल अपने समय में बल्कि आज भी अपने अद्वितीय संगीत और संवेदनशील कहानी के लिए सराहा जाता है।

भंसाली प्रोडक्शंस ने अपने सोशल मीडिया पर खामोशी: द म्यूजिकल की खूबसूरत झलकियों को समेटे हुए एक छोटा वीडियो शेयर किया है। उन्होंने आगे कैप्शन में लिखा, “प्यार और संगीत की अमर कहानी! खामोशी: द म्यूजिकल के 28 साल पूरे होने का जश्न उन पलों के साथ जो हमारे दिलों को छूते रहते हैं

संजय लीला भंसाली का ख़ामोशी: द म्यूज़िकल का यह सफल योगदान भारतीय सिनेमा के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, जो यह दर्शाता है कि भारतीय फिल्में न केवल घरेलू बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी गहरी छाप छोड़ सकती हैं। यह फिल्म 28 वर्षों की अपनी यात्रा को सफलतापूर्वक पूरा कर चुकी है और भारतीय सिनेमा के स्वर्णिम युग में एक अमिट स्थान रखती है।