शाहरुख खान की पठान बॉक्स ऑफ़िस पर शानदार प्रदर्शन कर रही है । यशराज फ़िल्मस के बैनर तले बनी पठान को सिद्धार्थ आनंद ने डायरेक्ट किया है । टाइगर और वॉर फ़्रेंचाइज़ी के बाद अब शाहरुख़ खान, दीपिका पादुकोण और जॉन अब्राहम की पठान यशराज फ़िल्मस के स्पाई यूनिवर्स का हिस्सा बन चुकी है । जहां टाइगर ज़िंदा है और एक था टाइगर में कैटरीना कैफ स्पेशल एजेंट के किरदार में नज़र आईं वहीं पठान में दीपिका पादुकोण भी एक पाकिस्तानी स्पाई एजेंट के किरदार में नज़र आईं । पठान की सक्सेस के बाद डायरेक्टर सिद्धार्थ आनंद अब टाइगर फ़्रेंचाइज़ी की जोया यानी कैटरीना कैफ और पठान की रूबिया यानी दीपिका पादुकोण के साथ स्पिन ऑफ पर विचार कर रहे हैं ।

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कैटरीना कैफ और दीपिका पादुकोण 

कई थ्योरी और स्पिन ऑफ विचारों के बारे में सिद्धार्थ ने कहा, “मैं कैटरीना कैफ की जोया और दीपिका पादुकोण की रूबिया का स्पिन ऑफ बनाना पसंद करूंगा - दो पाकिस्तानी एजेंट अगली फिल्म में होने चाहिए ! लेकिन ईमानदारी से कहूं तो अगले कुछ साल बहुत ही रोमांचक होने वाले हैं । ऐसी बहुत सी संभावनाएं हैं जिनका हम पता लगा सकते हैं । हम शायद एक युवा एजेंट बना सकते हैं और वहां एक क्रॉसओवर कर सकते हैं ।

क्या आप जानते हैं डिंपल कपाड़िया शुरुआत में पठान का हिस्सा नहीं थीं ? इस बारें में सिद्धार्थ आनंद ने बताया,  “वह भूमिका वास्तव में डिम्पल कपाड़िया के लिए नहीं लिखी गई थी - यह कुमुद मिश्रा के लिए लिखी गई थी । लेकिन एक रात पहले जब मैं कुमुद मिश्रा से बात करने जा रहा था तो मैंने टेनेट देखी । फिल्म में डिंपल का अभिनय बहुत ही शानदार था । इसलिए हमने किरदार का जेंडर बदल दिया क्योंकि मुझे लगा कि वह शाहरुख के लिए गर्मजोशी की भावना जोड़ेगी क्योंकि महिलाओं के साथ उनके समीकरण शानदार है । मुझे खुशी है कि यह काम कर गया और वह भूमिका निभाने में सक्षम हो गई ।

दोनों खानों के साथ पोस्ट-क्रेडिट सीन के बारे में पूछे जाने पर, फिल्म निर्माता का कहना था, “वह भविष्यवाणी सच निकली - उन्होंने कहा 'हमें ही करना पडेगा' और उन्होंने केवल यह किया! हमें पता था कि हम चाहते थे कि सलमान खान की टाइगर भी फिल्म में आए ताकि हम क्रॉसओवर बना सकें । लॉजिकल रूप से अगर किसी निर्देशक को पता होता कि यह उसकी फिल्म में हो रहा है तो वह फिल्म के अंत में उसे क्लाइमेक्स के बारे में सूचित करें। लेकिन मुझे पूरा यकीन था कि मैं ऐसा नहीं चाहता था । मुझे पता था कि मैं चाहता था कि फिल्म के अंत में नायक को अपना स्थान मिले और यह महसूस हो कि उसने यह खुद किया है ।