साल 2024 बॉलीवुड के लिए ठीक-ठाक रहा । इस साल कई फ़िल्में बॉक्स ऑफ़िस पर ब्लॉकबस्टर साबित हुई वहीं कुछ फ़िल्में बॉक्स ऑफ़िस क्लैश के कारण उम्मीद के मुताबिक परफ़ॉर्म नहीं कर पाई । और उन्हीं में से एक रही अजय देवगन की मल्टीस्टारर फ़िल्म सिंघम अगेन और भूल भुलैया 3 । दिवाली पर रिलीज हुई भूल भुलैया 3 और सिंघम अगेन यदि अलग-अलग समय पर रिलीज होती तो दोनों ही फ़िल्मों का बॉक्स ऑफ़िस कलेक्शन कहीं ज्यादा होता । और यही मानना है दिग्गज ट्रेड एनालिस्ट तरण आदर्श का जिनको लगता है कि, भूल भुलैया 3 और सिंघम अगेन का बॉक्स ऑफ़िस क्लैश नहीं होना चाहिए था ।
भूल भुलैया 3 और सिंघम अगेन का बॉक्स ऑफ़िस क्लैश
बॉलीवुड हंगामा के साथ हुए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में तरण आदर्श ने बॉक्स ऑफ़िस क्लैश पर खुलकर बात की साथ ही फ़िल्ममेकर्स को सलाह दी उन्हें अच्छे कलेक्शन के लिए ऐसे टकराव से बचना चाहिए । तरण आदर्श ने कहा, “मुझे हमेशा से लगता रहा है कि दो फिल्मों का आपस में बॉक्स ऑफ़िस पर टकराना ठीक है और यह लोकतंत्र है । लेकिन मैं यहां यह कहूंगा कि, हॉलीडे का समय इसके लिए अनुकूल हो सकता है। ऐसा पहले भी हुआ है जब किसी फ़ेस्टिवल या नॉन फ़ेस्टिवल के दौरान दो या शायद उससे ज़्यादा फ़िल्में आईं और बॉक्स ऑफ़िस पर कामयाब रहीं ।”
तरण आदर्श का मानना है कि मौजूदा समय फ़िल्मों के क्लैश के लिए बिल्कुल भी परफ़ेक्ट नहीं है। उन्होंने कहा,“समस्या सोशल मीडिया और फिल्म उद्योग के भीतर से आने वाली नकारात्मकता है। फिल्म उद्योग के भीतर, दोनों डिस्ट्रीब्यूटर स्क्रीन और शो पाने के लिए एक-दूसरे से लड़ रहे हैं। मुझे लगता है कि यह अब सही कदम नहीं है क्योंकि मुझे लगता है कि बहुत कड़वाहट और नकारात्मकता पैदा हो जाती है।”
तरण आदर्श ने यह भी बताया कि आपकी फिल्म की रिलीज फ़िल्म की पूरी टीम के लिए जश्न की तरह होनी चाहिए, लेकिन आज के दौर में यह बिल्कुल उल्टा है । उन्होंने कहा, “मैंने हमेशा महसूस किया है कि जब आप कोई फिल्म बनाते हैं और उसे रिलीज करते हैं, तो यह जश्न मनाने जैसा होता है क्योंकि आपने उस फिल्म के लिए बहुत कीमती एक, दो या तीन साल लगाए होते हैं । जब आप इसे रिलीज करते हैं और बहुत सारी निगेटिविटी होती हैं, तो जश्न मनाने के बजाय आप पर वो निगेटिविटी हावी हो जाती है और आपका मूड खराब हो जाता है । आप मुस्कुरा तो रहे होते हो लेकिन आपको पता ही नहीं होता कि क्या हो रहा है। इसलिए, मुझे लगता है कि ऐसी स्थिति से बचने की जरूरत है ।”
फ़िल्म के बिजनेस को लेकर उन्होंने अंत में कहा, “साथ ही, मुझे लगता है कि आज के समय में क्लैश से बचना चाहिए । स्क्रीन और शो बंट जाते हैं और इसका असर फ़िल्म के कलेक्शन पर पड़ता है।”