महाकुंभ के अंतिम दिन, अभिषेक बनर्जी और अमर कौशिक आध्यात्म में डूबे नज़र आए, जब उन्होंने हज़ारों श्रद्धालुओं के साथ गंगा आरती में हिस्सा लिया। यह उनके लिए एक अद्भुत और अविस्मरणीय अनुभव था, क्योंकि वे दुनिया के सबसे बड़े आध्यात्मिक आयोजनों में से एक की भव्यता और दिव्यता के साक्षी बने।

प्रयागराज में महाकुंभ के बीच शूटिंग कर रहे अभिषेक बनर्जी ने स्त्री डायरेक्टर अमर कौशिक के साथ की गंगा आरती

अभिषेक बनर्जी और अमर कौशिक ने की गंगा आरती

2025 का महाकुंभ प्रयागराज में विशेष रूप से दुर्लभ है, क्योंकि यह 144 वर्षों में एक बार आता है। माना जाता है कि इस दौरान की गई प्रार्थनाएँ और अनुष्ठान अत्यंत शुभ होते हैं। लाखों श्रद्धालु, साधु-संत और आध्यात्मिक साधक दुनिया भर से संगम—गंगा, यमुना और पौराणिक सरस्वती नदी के मिलन स्थल—पर पवित्र स्नान के लिए एकत्रित होते हैं। इस महायोजन के अंतिम दिन का विशेष महत्व होता है, जिसमें भव्य अनुष्ठान, यज्ञ और गंगा आरती का आयोजन किया जाता है, जो आत्मशुद्धि और ज्ञान का प्रतीक माने जाते हैं। अभिषेक बनर्जी भी महाकुंभ के दौरान प्रयागराज में अपनी आगामी फिल्म की शूटिंग कर रहे हैं।

अभिषेक बनर्जी को इस आध्यात्मिक माहौल में पूरी तरह लीन देखा गया। जैसे ही वैदिक मंत्रों के मधुर स्वर गूंजने लगे और आरती के दीपों की रोशनी लहराने लगी, अभिषेक श्रद्धा से सराबोर हो गए। उनकी आँखों में शांति और भक्ति की झलक थी। अमर कौशिक के लिए भी यह अनुभव बेहद खास रहा, क्योंकि वे भारतीय संस्कृति और आध्यात्मिकता की गहराई को महसूस कर रहे थे।

महाकुंभ के समापन समारोह में उनकी भागीदारी आस्था और परंपरा की एकता को दर्शाती है। इस दिव्य आयोजन का प्रत्यक्ष अनुभव लेकर, अभिषेक और अमर ने ऐसी स्मृतियाँ संजोईं जो भौतिक संसार से परे, भारत की गहरी आध्यात्मिक जड़ों की झलक देती हैं।