साल 2018 में आई फ़िल्म जीरो के बाद शाहरुख खान ने एक्टिंग से एक लंबा ब्रेक लेने का फ़ैसला किया लेकिन बतौर प्रोड्यूसर अभिनेता ने कई फ़ि्ल्में और वेब शोज से दर्शकों का मनोरंजन किया । शाहरुख खान ने अपने प्रोडक्शन हाउस रेड चिलीज एंटरटेनमेंट के बैनर तले तापसी पन्नू और अमिताभ बच्चन अभिनीत बदला, संजय मिश्रा अभिनीत कामयाब जैसी फ़िल्मों का निर्माण किया । इतना ही नहीं शाहरुख अभिषेक बच्चन की आगामी सस्पेंस थ्रिलर बॉब बिस्वास को भी प्रोड्यूस कर रहे हैं । वेब शोज की बात करें तो बार्ड ऑफ़ ब्लड व बेताल के अलावा वेब ऑरिजनल फ़िल्म क्लास ऑफ़ 83 को भी शाहरुख ने ही प्रोड्यूस किया ।

SCOOP: शाहरुख खान प्रोडक्शन की रियल लाइफ़ बेस्ड फ़िल्म में पुलिस ऑफ़िसर बन सकते हैं अर्जुन कपूर ? ऐसा होगा फ़िल्म का प्लॉट

शाहरुख खान के साथ काम कर सकते हैं अर्जुन कपूर

कुछ महीने पहले खबर आई थी शाहरुख ने एक और प्रोजेक्ट को प्रोड्यूस करने का ग्रीन सिग्नल दे दिया है । खबरों की मानें तो, शाहरुख की ये फ़िल्म साल 2018 में घटित असल जिंदगी की घटना, मुजफ्फरपुर में घटित शेल्टर मास एब्यूज पर बेस्ड होगी । और अब सुनने में आ रहा है शाहरुख की इस फ़िल्म में अर्जुन कपूर को लिया जा सकता है ।

इस बारें में इससे जुड़े सूत्र ने बताया कि, “इस फ़िल्म में कास्ट करने के लिए अर्जुन से पिछले कुछ समय से बात चल रही है । यदि अर्जुन इस फ़िल्म के लिए चुन लिए जाते हैं तो वह इसमें जांच करने वाले पुलिस की मुख्य भूमिका निभाएंगे । यह एक अच्छी तरह लिखा गया रोल है । शाहरुख की रेड चिलीज़ एंटरटेनमेंट की टीम को लगता है कि अर्जुन इस रोल के लिए एकदम परफ़ेक्ट हैं ।”

अर्जुन और शाहरुख का साथ में पहला प्रोजेक्ट

यदि अर्जुन ने इस फ़िल्म के लिए हामी भर दी तो अर्जुन और शाहरुख की साथ में ये पहली फ़िल्म होगी । हालांकि इस फ़िल्म में शाहरुख एक्टिंग नहीं करेंगे बल्कि प्रोड्यूस करेंगे । इस फ़िल्म को पुलकित, जिन्होंने स्क्रिप्ट भी लिखी है, डायरेक्ट करेंगे । कहानी को जीवंत करने के लिए, पुलकित ने काफ़ी रिसर्च की है ।

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गौरतलब है कि मुजफ्फरपुर मामला तब सामने आया जब टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज ने पूरे बिहार में शेल्टर हॉम्स का सामाजिक अंकेक्षण किया था । उनकी रिपोर्ट जिसमें गैर सरकारी संगठन 'सेवा संकल्प विकास समिति' द्वारा चलाए जा रहे मुजफ्फरपुर अल्प-प्रवास गृह में लड़कियों के यौन शोषण को हाईलाइट किया गया था, उसके तहत 31 मई, 2018 में एक प्राथमिकी दर्ज की गयी थी । लड़कियों को वहाँ से छुड़ाया गया और मधुबनी, पटना व मोकामा में स्थानांतरित कर दिया गया । ब्रजेश ठाकुर शेल्टर होम में कई नाबालिग बच्चियों के साथ यौन शोषण और मारपीट के दोषी पाया गया है । कोर्ट ने ब्रजेश ठाकुर को आजीवन कारावस की सजा सुनाई है ।