2 घंटे 51 मिनट के साथ साहो दर्शकों के लिए एक लंबी एडवेंचर साबित होने वाली है । निर्देशक सुजीत की साहो के तेलुगु और अन्य दक्षिण भारतीय संस्करणों को पिछले सप्ताह केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) द्वारा प्रमाणित किया गया था । साहो के हिंदी वर्जन को उसके रिलीज से कुछ दिन पहले ही सेंसर बोर्ड से मंजूरी मिली । प्रभास और श्रद्धा कपूर अभिनीत साहो को सेंसर बोर्ड की ओर से UA सर्टिफ़िकेट से पास किया गया है ।

साहो के हिंदी वर्जन को सेंसर बोर्ड ने बिना किसी कटौती के दिया UA सर्टिफ़िकेट

साहो की लंबाई दर्शकों को कहीं भी बोर नहीं करेगी

निर्देशक सुजीत, जो अब शुक्रवार तक, जब फ़िल्म रिलीज नहीं हो जाती तब तक अपना स्विचऑफ़ रखेंगे, और फ़िल्म से जुड़े सभी लोगों के लिए इसे चार संस्करण में बनाना कठिन परिक्षा थी । “हर संस्करण को अलग से सेंसर करने के लिए प्रस्तुत किया जाना था । सौभाग्य से हमारे हर संस्करण को सेंसर बोर्ड की ओर से यूए सर्टिफ़िकेट दिया गया वो भी बिना किसी कटौती के । और अब सभी अमेरिकी प्रिंटों को अपलोड करने और स्थानीय प्रिंट्स को पूरे देश में चार भाषाओं में भेजने की प्रक्रिया शुरू हो गई है ।''

सुजीत अब अपनी सब चिंताओं से परे हो गए है जो उन्हें फ़िल्म को लेकर सता रही थी । ''अब मैं जब तक फ़िल्म रिलीज नहीं हो जाती, तब तक अपना फ़ोन स्विचऑफ़ कर रहा हूं और अब मैं चैन से सोऊंगा । मैं कई दिनों और हफ़्तों तक नहीं सोया हूं । साहो के लिए हमसे जो बन पड़ा हमने किया । और अब ये दर्शकों के हाथों में है । मुझे उम्मीद है कि ये फिल्म सिर्फ मेरे लिए नहीं बल्कि प्रभास सर की खातिर और निर्माताओं की खातिर काम करे ।''

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फ़िल्म के रनिंग टाइम की बात करें तो, सुजीत को भरोसा है कि दर्शकों को ये फ़िल्म जरा भी लंबी नहीं लगेगी । ''फ़िल्म की कहानी में ऐसा कोई भी पल नहीं होगा जो बोर करे । यदि ऐसा होता तो हम उसे हटा दिए होते ।'' सुजीत ने हमें विश्वास दिलाया ।