भारतीय इतिहास के आइकन और भारत के राष्ट्रगान के रचयिता रवींद्रनाथ टैगोर को हम कभी नहीं भूला सकते । लेखक, कवि, क्रांतिकारी और साहित्य में नोबेल पुरस्कार जीतने वाले पहले गैर-यूरोपीय, रबींद्रनाथ टैगोर अब सेल्यूलॉइड पर होंगे । अब उनकी पहली प्रेम कहानी को ग्लोबल स्टार बन चुकी प्रियंका चोपड़ा द्दारा रिक्रिएट किया जाएगा ।

पूर्व विश्व सुंदरी से अभिनेत्री, फ़िर सिंगर और फ़िर फ़िल्म निर्माता बनी प्रियंका चोपड़ा अब रिजनल सिनेमा में अपनी पैठ बना रही हैं और इसलिए अब वह विभिन्न भाषाओं में पांच से अधिक फिल्मों का निर्माण करने की तैयारी में है । उनके आगामी प्रोजेक्ट में से एक फ़िल्म होगी रबींद्रनाथ टैगोर पर, जिसका नाम होगा नलिनी, जो एक बंगाली-मराठी द्विभाषी होगी । फ़िलहाल इस फ़िल्म की स्क्रिप्ट अपने फ़ाइनल स्टेज पर है और कास्टिंग प्रक्रिया चल रही है ।

17 वर्षीय रबींद्रनाथ टैगोर और उनकी 20 वर्षीय लंदन रिटर्न इंग्लिश ट्यूटर अन्नपूर्णा, एक अप्रकाशित कहानी है जो समकालीन समय में प्रस्तुत की जाएगी । लेकिन परिवार के विरोध के चलते उनकी ये प्रेम कहानी अंजाम तक नहीं पहुंच पाई, यह उनका ही आइडिया था कि वह उसे नलिनी के रूप में नामित करें, जिसे टैगोर ने अपनी कविता में अमरता दी थी और अपनी कविता को उन्होंने उसे समर्पित किया ।

नलिनी को राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता निर्देशक उज्ज्वल चटर्जी की पत्नी सागरिका ने लिखा है, जिन्होंने यह भी कहा है कि उन्होंने फिल्म की पटकथा लिखने से पहले व्यापक शोध किया है । जाहिर है वे 2011 से इसकी स्क्रिप्ट लिख रहे हैं ।

उज्ज्वल चटर्जी ने खुलासा कि हालांकि फिल्म की कहानी केवल उस कहानी से प्रेरित होगी । इस फ़िल्म की कहानी एक ऐसे युवा छात्र के इर्द-गिर्द घूमती है जो आधुनिक शांतिनिकेतन का दौरा करता है और अन्नपूर्णा की तस्वीर देखता है और उसे नलिनी नाम देता है ।

मधु चोपड़ा इस प्रोजेक्ट में प्रियंका चोपड़ा की मदद करेंगी । और उन्होंने इस फ़िल्म को लेकर अपने