फ़िल्म अभिनेता से निर्देशक बने राहुल बोस की फिल्म ‘पूर्णा’ , तेलंगाना की एक ऐसी लड़की मालावत पूर्णा, की कहानी है जिसने महज 13 वर्ष की उम्र में ही 25 मई 2014 को दुनिया की सबसे उंची चोटी माउंट ऐवरस्ट फतह किया था । यह फिल्म पूर्णा मालावत की असल जिंदगी पर आधारित एक बायोपिक फ़िल्म है । हाल ही में भारत के राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने इस फ़िल्म को देखा ।

दरअसल, राहुल बोस ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के सम्मान में अपनी आने फिल्म 'पूर्णा' की विशेष स्क्रीनिंग का आयोजन किया था । इस खास स्क्रीनिंग का आयोजन 25 मार्च को राष्ट्रपति भवन पर किया गया था । उस दौरान राष्ट्रपति के मुँह से अपनी फिल्म की तारीफ सुन कर फिल्म की पूरी कास्ट और क्रू के बीच ख़ुशी की लहर दौड़ पड़ी । साथ ही राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने पूर्णा मालावत, जिन पर ये फिल्म आधारित है, उनकी भी जमकर तारीफ की । राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने इस बायोपिक को देखकर इस बात की ख़ुशी जताई कि पूर्णा की इस आत्मकथा से महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा मिलेगा और साथ ही दुनिया की हर महिला को अपना सपना पूरा करने का प्रोत्साहन मिलेगा ।

आपको बता दें कि, 'पूर्णा' एक ऐसी नौजवान लड़की की ज़िंदगी पर आधारित है जिसने महज 13 साल की उम्र में एवेरेस्ट पर्वत की छोटी पर अपनी कामयाबी का झंडा फहरा दिया था । एक आदिवासी समाज से तालुक रखने वाली पूर्णा मालावत ने सामाज के खिलाफ जा कर अपना सपना पूरा करने का हौसला दिखाया और अपने दृढ़ निश्चय से बखूबी अपना ये सपना पूरा कर के समाज को मुँह तोड़ जवाब भी दिया ।

पूर्णा फ़िल्म को न केवल राहुल बोस ने निर्देशित और प्रोड्यूस किया है बल्कि अभिनय भी किया है । राहुल बोस प्रोडक्शंस, राय मीडिया प्राइवेट लिमिटेड तथा अमित पाटनी द्वारा संयुक्त रूप से निर्मित 'पूर्णा' 31 मार्च को सिनेमाघरों में रिलीज होगी ।