देश का सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार समारोह, नेशनल फ़िल्म अवॉर्ड्स यानी राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार पहली बार विवादों के घेरे में आ गया है । कल,दिल्ली के विज्ञान भवन में नेशनल अवॉर्ड सेरेमनी का आयोजन किया गया । इस सेरेमनी में लगभग आधे राष्ट्रीय पुरस्कार विजेताओं ने नहीं आने का फ़ैसला किया । दर असल ये विजेता इसलिए नाराज थे क्योंकि, इस समारोह में 131 विजेताओं में से सिर्फ 11 को ही, समय की कमी के चलते, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हाथों सम्मान मिलेगा । बाकी को केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी के हाथों अवॉर्ड दिया जाएगा । बस इसी बात से नाराज होकर 65 विजेताओं ने अवॉर्ड लेने से इंकार कर दिया ।

नेशनल अवॉर्ड विवाद :  राष्ट्रपति के हाथों पुरस्कार न मिलने से नाराज हुए विजेता, सेरेमनी का किया बहिष्कार

पहली बार विवादों के घेरे में आया नेशनल अवॉर्ड

अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए, राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों के 66 नाराज विजेताओं ने फिल्म महोत्सव निदेशालय और राष्ट्रपति कार्यालय को एक पत्र लिखा । मलयालम अभिनेत्री पार्वती ने पुष्टि की कि जब उन्हें इससे कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली, तो 140 विजेताओं में से 65 ने इस आयोजन का बहिष्कार करने का फैसला किया ।

गौरतलब है कि, राष्ट्रपति की तरफ़ से जारी बयान में कहा गया कि, राष्ट्रपति द्दारा सभी को पर्सनली अवॉर्ड दे पाना संभव नहीं है । इसलिए बाकी लोगों को ये अवॉर्ड केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, केंद्रीय राज्यमंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर और सूचना और प्रसारण सेक्रेटरी नरेंद्र कुमार सिंह द्वारा दिया जाएगा । इसके बाद विजेता नाराज हो गए और उन्होंने इस सेरेमनी का बहिष्कार करने का फ़ैसला किया । विजेताओं की नाराजगी के बाद केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने विजेताओं से मुलाकात की और बताया कि राष्ट्रपति ने इवेंट के लिए उन्हें मात्र एक घंटे का वक्त दिया है. ऐसे में वक्त की पाबंदी के चलते वो सभी को अवॉर्ड नहीं दे सकते हैं ।

विजेताओं ने जताई नाराजगी

ऑस्कर विजेता साउंड डिजाइनर रेसुल पूकुट्टी ने इस मामले में नाराजगी जताई है । राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता पूकुट्टी ने ट्वीट कर कहा, अगर भारत सरकार हमारे सम्मान में अपना तीन घंटे का समय भी नहीं दे सकती तो उन्हें हमें राष्ट्रीय पुरस्कार देने की जहमत नहीं उठानी चाहिए । हमारे 50 फीसदी से ज्यादा पसीने की कमाई आप मनोरंजन कर के रूप में ले लेते हैं, हमारी जो प्रतिष्ठा है कम से कम उसका तो सम्मान कीजिए ।

तय कार्यक्रम के अनुसार समारोह के के लिए राष्ट्रपति करीब 5.30 बजे विज्ञान भवन पहुंचेंगे । तब तक स्मृति ईरानी और राज्यवर्धन सिंह राठौर कई सारे अवॉर्ड्स दे चुके होंगे । अंत में सभी अवॉर्ड्स के वितरण के बाद राष्ट्रपति इन 45 लोगों के विजेताओं के ग्रुप के साथ फोटो खिंचवाएंगे ।

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गौरतलब है कि, ये समारोह श्रीदेवी और विनोद खन्ना के परिवार के लिए काफ़ी प्राउड ईवेंट रहा क्योंकि यहां श्रीदेवी को उनकी फ़िल्म मॉम के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का राष्ट्रीय पुरस्कार मिला जबकि दिवंगत अभिनेता विनोद खन्ना को दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड से नवाजा गया । दोनों कलाकरों के परिवार को ये सम्मान खुद राष्ट्रपति ने अपने हाथों से दिया ।