वे जानते थे कि वे किस मुसीबत में पड़ रहे थे । निर्देशक अभिषेक कपूर और केदारनाथ के निर्माता अब "लव जिहाद" के प्रचार के कारण केदारनाथ के लिए विरोध का सामना कर रहे हैं । एक मुस्लिम लड़के और हिंदु लड़की के बीच का रोमांस कुछ लोगों के गले नहीं उतर रहा है । और फ़िल्म के लिए उत्पन्न हुई ये समस्या आसानी से शांत होती हुई प्रतीत नहीं हो रही है । मुझे याद है कि शेखर कपूर ने एक बार कहा था कि, "हिंदू और मुस्लिम के बीच प्यार के बारे में भारत में कभी भी फिल्म नहीं बनाना है । यह बहुत बड़ी परेशानी खड़ा करता है ।"

सारा अली खान-सुशातं सिंह राजपूत के लिप-लॉक सीन ने केदारनाथ की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं ?

केदारनाथ का लिप लॉक सीन परेशानी को और बढ़ा रहा है

इतना ही नहीं, निर्देशक ने अपनी परेशानी को तब और बढ़ा लिया जब उन्होंने पिछले हफ़्ते रिलीज हुए फ़िल्म के ट्रेलर में प्रेमी जोड़े के बीच 30-सेकंड का लिप-लॉक सीन डाला । सत्तारूढ़ पार्टी से करीब से जुड़े एक अनुभवी फिल्म निर्माता ने कहा कि, "क्या उन्होंने यह विवाद जानबूझकर खड़ा नहीं किया, क्या लगता है ? क्या जरूरत थी कि लिप लॉक सीन को ट्रेलर में दिखाया जाए, जबकि आप जानते थे कि आप आग से (एक हिंदू-मुस्लिम रोमांस को दर्शाकर) खेल रहे है ।''

यह भी पढ़ें : केदारनाथ टीजर : सुशांत सिंह राजपूत के साथ सारा अली खान के पहले लिप लॉक सीन ने मचाई सनसनी (watch video)

मानना है कि केदारनाथ के लिए सुलगा विवाद संजय लीला भंसाली की पद्मावत के लिए उत्पन्न हुए विवाद से कम नहीं है । प्रत्येक फिल्म-व्यापार विशेषज्ञ यह जानते हैं कि पद्मावत ने 100 करोड़ अतिरिक्त कमाए क्योंकि वह विवादास्पद थी । केदारनाथ भी एक और विवादास्पद फिल्म हो सकती है, बशर्ते बॉक्स ऑफिस नंबर विरोध प्रदर्शन के साथ मैच कर जाए ।