25 फ़रवरी को रिलीज होने जा रही संजय लीला भंसाली की बहुप्रतिक्षित गैंगस्टर ड्रामा गंगूबाई काठियावाड़ी अपनी रिलीज से बस एक दिन दूर हैं ऐसे में फ़िल्म के नाम को बदले जाने की याचिका सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की गई थी जिस पर आज सुप्रीम कोर्ट ने अपना फ़ैसला सुना दिया है । सुप्रीम कोर्ट ने फिल्म को बगैर किसी बदलाव के रिलीज होने के अनुमति दे दी है । फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने की अर्जी को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया है । आलिया भट्ट की गंगूबाई काठियावाड़ी अपने तय शेड्यूल पर रिलीज होगी । बता दें कि रियल गंगूबाई के परिवार ने इस फिल्म पर सवाल उठाए थे । आलिया भट्ट इस फ़िल्म में गंगूबाई के किरदार में नजर आएंगी ।

सुप्रीम कोर्ट ने संजय लीला भंसाली के पक्ष में सुनाया फ़ैसला, 25 फ़रवरी को बिना किसी बदलाव के थिएटर में रिलीज होगी आलिया भट्ट की गंगूबाई काठियावाड़ी

आलिया भट्ट की गंगूबाई काठियावाड़ी 25 फ़रवरी को ही रिलीज होगी

गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई जिसमें गंगूबाई काठियावाड़ी टाइटल पर आपत्ति जताई गई थी और इसे बदलने की मांग की गई थी । इस पर सुप्रीम कोर्ट में अपना पक्ष रखते हुए गंगूबाई काठियावाड़ी के निर्माता ने कहा कि आखिरी मौके पर फिल्म का टाइटल बदलना संभव नहीं है । केस दायर करने वाले के पास गंगूबाई का गोद लिया हुआ बेटा होने का कोई सबूत नहीं है । 2011 में छपी किताब पर इतने सालों तक तो कोई चुनौती नहीं दी । हमारी फिल्म में गंगूबाई का अपमान नहीं किया गया है ।

भंसाली प्रोडक्शन के वकील अर्यमा सुंदरम ने दलील दी कि याचिकाकर्ता ने अभी तक फिल्म भी नहीं देखी है. इसमें गंगूबाई की छवि और चरित्र का कोई अपमान या हनन नहीं किया गया है । बल्कि यह फिल्म तो एक महिला के उत्थान की कहानी है । ऐसा कोई तथ्य याचिकाकर्ता के पास नहीं है, जिससे यह कहा जा सके कि फिल्म गंगूबाई के चरित्र का अपमान करती है । यह याचिका खारिज की जानी चाहिए ।

गंगूबाई के गोद लिए बेटे और उनसे जुड़े लोग अब संजय लीला भंसाली की इस फिल्म की रिलीज रोकने की मांग कर रहे हैं । खुद के गंगूबाई का दत्तक पुत्र होने का दावा कर रहे बाबूजी रावजी शाह, ने बॉम्बे उच्च न्यायालय के उस फैसले के खिलाफ शीर्ष न्यायालय में अपील की है, जिसमें फिल्म की रिलीज पर अंतरिम रोक लगाने सहित उन्हें विभिन्न राहत देने से इनकार कर दिया गया था ।