एक ऐसी दुनिया में जहाँ ख़ुद को अक्सर संख्याओं से आँका जाता है – चाहे वो वजन करने की मशीन पर हो, स्क्रीन पर, या फिर सोशल मीडिया के ‘लाइक्स’ में – वहीं शेखर कपूर की बेटी और अभिनेत्री, गायिका और सॉन्गराइटर कावेरी कपूर ने अपनी हालिया स्पोकन वर्ड परफॉर्मेंस के ज़रिए भावनात्मक ईमानदारी और स्पष्टता की एक नई बयार लाकर शब्दों में बात की । कावेरी कपूर ने अपनी कविता के ज़रिए ये मैसेज दे रही हैं कि साइज जीरो में ख़ुद को हर समय कोसने की जरूरत नहीं है, क्योंकि असली सुंदरता तो इंसान के अंदर होती है ।

कावेरी कपूर ने ‘साइज जीरो’ के पीछे भागने से ज्यादा अंदर की सुंदरता को दी इंपोर्टेंस ; “हम ख़ुद को सिर्फ़ नंबर्स से आंक रहे जो बिल्कुल ग़लत है”

कावेरी कपूर ने अंदर की सुंदरता को ज्यादा महत्व दिया

अपने पोस्ट के कैप्शन में वह लिखती हैं, “अपने कुछ पुराने कविताओं को पढ़ने का मन हुआ, शायद इस तरह ज़्यादा असरदार लगे??? और ये वाली इस वक्त काफी प्रासंगिक भी लगी क्योंकि 'स्किनी' फिर से ट्रेंड में है और हमें खुद से नफरत करने और खुद को तकलीफ़ देने के लिए प्रेरित किया जा रहा है” यह बयान उनकी ईमानदारी और तीव्र अंतर्दृष्टि को दर्शाता है – एक ऐसा संतुलन, जिसमें तीखापन भी है और अपनापन भी।

कावेरी की कविता सोचने को मजबूर करती है। “हम असल में कौन हैं… संख्याओं को हटाकर?” वह इस प्रश्न के ज़रिए हमें एक ऐसी दिशा में ले जाती हैं, जहाँ हम खुद को और एक-दूसरे को अधिक कोमलता, सच्चाई और समझ के साथ देखना सीखें । उनकी पंक्तियाँ हमें अपनी असली पहचान की ओर लौटने का न्योता देती हैं—जहाँ तुलना नहीं, स्वीकार्यता है; जहाँ परिपूर्णता नहीं, सच्चाई है; और जहाँ दया, जुड़ाव और आत्म-सम्मान हमारा मार्गदर्शन करते हैं ।

View this post on Instagram

A post shared by Kaveri (@kaverikapur)

शेखर कपूर की आगामी फिल्म मासूम 2 में अपने अभिनय के ज़रिए भी कावेरी इस भावनात्मक गहराई और संवेदनशीलता को बड़े पर्दे पर लाने के लिए तैयार हैं। चाहे अभिनय हो या कविता—कावेरी कपूर लगातार हमें एक करुणामय, जागरूक और सच्चे जीवन की ओर प्रेरित कर रही हैं—एक ऐसी दुनिया की ओर, जहाँ हम केवल यह नहीं देखते कि हम कैसे दिखते हैं, बल्कि यह समझते हैं कि हम भीतर से कौन हैं।