एसएस राजामौली की हालिया मैग्नम ओपस RRR ने अपनी वर्ल्डवाइड रिलीज के महज16 दिनों के भीतर अत्यधिक प्रतिष्ठित 1000 करोड़ क्लब में एंट्री चुकी है। इसी के साथ RRR अब तक की तीसरी सबसे ज्यादा कमाई वाली भारतीय फिल्म बन गई है, और वहीं दूसरी तरफ राजमौली के पास दुनिया भर में भारतीय फिल्मों की टॉप10 सूची में तीन खिताब हैं, जो देश के किसी भी दूसरे निर्देशक से अधिक है । दिलचस्प बात यह है कि एसएस राजामौली विश्वव्यापी बॉक्स ऑफिस इतिहास बनाने वाले एकमात्र भारतीय निर्देशक हैं जिनकी बैक टू बैक दो फिल्में बाहुबली 2 और RRR 1000 करोड़ के क्लब में शामिल हुई है।

1000 करोड़ क्लब में शामिल हुई बाहुबली 2 और आरआरआर के साथ डायरेक्टर एसएस राजामौली बने ग्लोबल बॉक्स ऑफिस पर इतिहास रचने वाले पहले एकमात्र भारतीय निर्देशक

एसएस राजामौली की बाहुबली 2 और RRR

बता दें जूनियर एनटीआर और राम चरण स्टारर, RRR 20वीं शताब्दी की शुरुआत से दो भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों के आसपास घूम रही एक काल्पनिक पीरियड ड्रामा फिल्म है। इस फिल्म को अपने विशाल सिनेमाई अनुभव, एक्शन और ड्रामा के लिए प्रशंसा मिली और यहां तक कि ब्रिटेन जैसे विदेशी बाजारों में भी इस फिल्म का खूब बोलबाला दिखा जहां आमतौर पर भारतीय पारंपरिक फिल्में अच्छा बिजनेस नहीं कर पाती है।

RRR को अपने कमाल के वीएफएक्स के लिए भी सराहना मिली है, एक एवेन्यू जो 'एक असीमित कल्पना वाला व्यक्ति', एसएस राजामौली एक टॉर्च बीयरर है। ऐसे में दुनिया भर में बाहुबली 2 और RRR की ऐतिहासिक सफलता ने यह साबित कर दिया है कि कैसे फिल्म निर्माता राजामौली को भारतीय सुपरहीरो, भारतीय पौराणिक कथाओं और भारतीय ऐतिहासिकों वाले सब्जेक्ट पर बेस्ड फिल्म बानने में महारथ हासिल है।

एसएस राजमौली ने भारतीय सिनेमा में खुद के लिए एक यूनीक जगह बनाई है। सो एक फिल्म निर्माता की खोज करना असामान्य है जो फिल्म के मुख्य पात्रों की तुलना में अधिक टिकट बेचता है और इससे वो लगातार बॉक्स ऑफिस की पॉवर से भी जुड़ा हुआ है।

इसपर एसएस राजमौली कहते हैं, “एक कहानीकार की सबसे बड़ी जरूरत उसकी कहानी सुनने के लिए ज्यादा से ज्यादा श्रोताओं की होती है । मैं आभारी, नम्र और अभिभूत हूं कि मेरे पास सिर्फ एक नहीं है बल्कि दो ऐसी फिल्में हैं जिन्हें उन्होंने उस तरह का रिसेप्शन दिया और वो 1000 करोड़ क्लब में शामिल हुई । बाहुबली 2 और RRR दोनों की सफलता ने दोहराया है कि मानव भावनाओं के आधार पर एक फिल्म भौगोलिक सीमाओं को काट सकती है और भाषा से परे अनुवाद कर सकती है ।”