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User ratings
Rating analysis
- Excellent17.5%
- Very Good32.5%
- Good30.0%
- Average17.5%
- Poor2.5%
Critics Review
Reviews
deepu.lalwani
‘कारà¥à¤¤à¤¿à¤• कॉलिंग कारà¥à¤¤à¤¿à¤•â€™ की मà¥à¤–à¥à¤¯…
‘कारà¥à¤¤à¤¿à¤• कॉलिंग कारà¥à¤¤à¤¿à¤•â€™ की मà¥à¤–à¥à¤¯ à¤à¥‚मिका में हैं फरहान अखà¥à¤¤à¤°à¥¤ कारà¥à¤¤à¤¿à¤• à¤à¤• सीधे-सादे, हारे हà¥à¤ मधà¥à¤¯à¤® परिवार के लड़के की कहानी है, जिसमें आतà¥à¤®à¤µà¤¿à¤¶à¥à¤µà¤¾à¤¸ नाम की कोई चीज नहीं है और जो जिंदगी में हमेशा मजाक का पातà¥à¤° बना रहता है। à¤à¥‹à¤²à¤¾-à¤à¤¾à¤²à¤¾ और निषà¥à¤•à¤ªà¤Ÿ कारà¥à¤¤à¤¿à¤• चà¥à¤ªà¤šà¤¾à¤ª काम करने में यकीन रखता है, लेकिन उसके दिल के à¤à¤• कोने में अपनी खूबसूरत और आकरà¥à¤·à¤• सहकरà¥à¤®à¥€ शोनाली मà¥à¤–रà¥à¤œà¥€ (दीपिका पादà¥à¤•à¥‹à¤£) के लिठपà¥à¤¯à¤¾à¤° पलने लगता है, पर वह कà¤à¥€ उसका इजहार नहीं कर पाता, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उसमें आतà¥à¤®à¤µà¤¿à¤¶à¥à¤µà¤¾à¤¸ की कमी है। और शोनाली को यह à¤à¥€ नहीं पता कि पिछले चार साल से कोई कारà¥à¤¤à¤¿à¤• उसके दफà¥à¤¤à¤° में काम करता है। अब अचानक जो बदलाव होते हैं उनसे कारà¥à¤¤à¤¿à¤• कि जिंदगी पूरी तरह बदल जाती है। और यह काम होता है à¤à¤• फोन कॉल के जरिà¤à¥¤ कारà¥à¤¤à¤¿à¤• का à¤à¤• हमनाम उसे फोन करता है और उससे वह सब कà¥à¤› करवाता है जो वह खà¥à¤¦ चाहता है। यहां तक तो à¤à¤¸à¤¾ लगता है कि फिलà¥à¤® आतà¥à¤®à¤µà¤¿à¤¶à¥à¤µà¤¾à¤¸ सिखाने का पाठà¤à¤° है। लेकिन कहानी में रोमांच तब बॠजाता है जब कारà¥à¤¤à¤¿à¤• को बदलनेवाला कारà¥à¤¤à¤¿à¤• उसका दà¥à¤¶à¥à¤®à¤¨ हो जाता है। अब फिलà¥à¤® à¤à¤• नाटकीय मोड़ लेती है और बेचारा कारà¥à¤¤à¤¿à¤• खà¥à¤¦ ही अपनी जिंदगी को बचाने की जदà¥à¤¦à¥‹à¤œà¤¹à¤¦ में लग जाता है और ये कà¥à¤·à¤£ दिल को छू लेनेवाले हैं। लेखक-निरà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¤• विजय ललवानी ने ‘कारà¥à¤¤à¤¿à¤•...’ को बड़े ही पà¥à¤¯à¤¾à¤° से बनाया है। उनकी हॉलीवà¥à¤¡ शैली बेहद दिलचसà¥à¤ª है और संपादन à¤à¥€ चà¥à¤¸à¥à¤¤ है। कहानी में नयापन नहीं है, लेकिन उसकी शैली और संवाद उसे दरà¥à¤¶à¤¨à¥€à¤¯ बना देते हैं। सिनेमाटोगà¥à¤°à¤¾à¤«à¥€ à¤à¥€ आकरà¥à¤·à¤• है। फिलà¥à¤® आपको कारà¥à¤¤à¤¿à¤• का हमदरà¥à¤¦ बना देती है। जब à¤à¥€ फोन बजता है आप à¤à¥€ परेशान हो जाते हैं। निरà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¤• हमारे दिमाग दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ खेले जानेवाले खेल से पैदा हà¥à¤ˆ कहानी के रोमांच को बहà¥à¤¤ ही पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¥€ रूप से फिलà¥à¤®à¤¾à¤¨à¥‡ में सफल रहे हैं। हालांकि मधà¥à¤¯à¤¾à¤‚तर तक दरà¥à¤¶à¤•à¥‹à¤‚ को पता चल जाता है कि फिलà¥à¤® कà¥à¤¯à¤¾ बताना चाहती है, लेकिन इसके बावजूद रोमांच और रहसà¥à¤¯ अंत तक बना रहता है। आपको अंत तक पता ही नहीं चलता कि आखिर यह सब कैसे हो रहा है। सच जानने के लिठआपको फिलà¥à¤® ही देखनी होगी। फरहान अखà¥à¤¤à¤° ने इस फिलà¥à¤® में खà¥à¤¦ को और शà¥à¤°à¥‡à¤·à¥à¤ साबित किया है। परà¥à¤¦à¥‡ पर वे खूब जंचते हैं और यह à¤à¥€ साबित होता है कि किसी à¤à¥€ तरह के किरदार में डूब जाने का मादà¥à¤¦à¤¾ उनमें है। à¤à¤• बेहतरीन अदाकार अपने निरà¥à¤®à¤¾à¤£ की पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ में है और फरहान इसे जारी रखते हैं तो यह समय बेहतर है। दीपिका पादà¥à¤•à¥‹à¤£ मन को लà¥à¤à¤¾à¤¤à¥€ हैं और à¤à¤• बिंदास बाला के रूप में अपनी à¤à¥‚मिका बखूबी निà¤à¤¾à¤¤à¥€ हैं। इस फिलà¥à¤® में उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ अà¤à¤¿à¤¨à¤¯ दिखाने के लिठजà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ अवसर नहीं थे, लेकिन फरहान के साथ आकरà¥à¤·à¤• जोड़ी बनाने में वे सफल हà¥à¤ˆ हैं। राम कपूर, विवन à¤à¤¤à¥‡à¤¨à¤¾, तराना, शेफाली छाया और विपिन शरà¥à¤®à¤¾ ने अपनी-अपनी à¤à¥‚मिकाà¤à¤‚ बखूबी निà¤à¤¾à¤ˆ हैं। लोकपà¥à¤°à¤¿à¤¯ गाने फिलà¥à¤® की धीमी रफà¥à¤¤à¤¾à¤° में राहत पहà¥à¤‚चाते हैं। लेकिन ‘कारà¥à¤¤à¤¿à¤•...’ किसी रहसà¥à¤¯à¤®à¤¯ या थà¥à¤°à¥€à¤²à¤° फिलà¥à¤® की अपेकà¥à¤·à¤¾à¤“ं पर खरी नहीं उतरती, लेकिन यह कहानी आपके मन को छूती जरूर है। विजय ललवानी ने दिखाया है कि किसी संवेदनशील विषय को रà¥à¤ªà¤¹à¤²à¥‡ परà¥à¤¦à¥‡ पर उतारने के लिठकेवल ‘तारे जमीन पर’ और ‘माई नेम इज खान’ जैसे रासà¥à¤¤à¥‡ ही नहीं हैं। हां, इतना है कि रहसà¥à¤¯ खà¥à¤² जाने के बाद ‘कारà¥à¤¤à¤¿à¤•...’ दà¥à¤¬à¤¾à¤°à¤¾ नहीं देखी जा सकती।
Read more Lesshiteshrocks
sshukla51
The concepts of Movie is a good, but i agree with taran that climax is slow down, and dont make…
The concepts of Movie is a good, but i agree with taran that climax is slow down, and dont make perfect thriller movie even this is the best chance to make in this types of concept. Overall one time watchable Movie.
Read more Lessdeardr
Just watched this movie in a cinema here in UAE,it is sweet little romantic thriller u can say,it…
Just watched this movie in a cinema here in UAE,it is sweet little romantic thriller u can say,it moves smoothly with each frame,secret is well kept till the end,so should i break the suspense??well answer is simple it lies in the title itself,both farhan and deepika have acted well with some nice songs especially hey ya.Other cast also played their roles well especially shefali. Being a Doctor i would like to say that movies like this one should be made on regular basis to create awareness on different disorders whether it is physical or psychiatric and i appreciate efforts like this one.It is a Zara Hat ke type of movie,may not go so well with general public who seek full entertainment,but overall movie is worth watching! Review submitted on Thursday 25th february 2010 at 11:20 PM by Dr Mohammad Bashir Ahmed
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