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लोकप्रिय गायक और संगीतकार डडलानी ट्विटर पर एक पोस्ट कर बुरी तरह से मुश्किल में पड़ गए हैं । सोशल मीडिया पर आम आदमी पार्टी का खुलकर समर्थन करने वाले डडलानी जैन मुनि तरुण सागर पर किए ट्वीट के कारण आलोचना के शिकार हो गए हैं । सोशल मीडिया पर लगातार हमलों और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के ट्वीट के बाद उन्होंने खुद को राजनीतिक गतिविधियों से खुद को अलग करने का ऐलान कर दिया ।

दरअसल अपने ‘कड़वे प्रवचन’ के लिए मशहूर जैन मुनि तरुण सागर जी हरियाणा विधानसभा में लेक्चर के लिए गए थे । जैन मुनि निर्वस्त्र रहते हैं । इसी को लेकर विशाल ने ट्वीट कर दिया ।  सोशल मीडिया पर उन्हें बहुत विरोध झेलना पड़ा । यहां तक कि दिल्ली सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन और मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने भी तरुण मुनि की तारीफ़ करते हुए ट्वीट किए । हालांकि धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप लगने के बाद विशाल डडलानी ने खेद जताया है ।

नाराज़ जैन समुदाय ने विशाल के खिलाफ़ दिल्ली के शाहदरा पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई गई । अपने इस बयान के चलते विशाल को सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाओं का सामना करना पड़ा । जैन मुनि के बारें में अभद्र टिप्पणी वाले ट्विट को डिलीट करते हुए विशाल ने माफ़ी मांग़ी कि ' यदि मैंने जैन भावनाओं को आहत किया है तो उसके लिए मैं माफ़ी मांगता हूं । मेरा इरादा किसी धर्म का मजाक उड़ाना नहीं था ।' जैनियों की धार्मिक भावनाओं को आहत करने के बारे में विशाल को लगातार तीखी प्रतिक्रिया मिलना जारी रहा । आम आदमी पार्टी के लिए सक्रिय रहने वाले विशाल के ट्वीट पर बखेड़ा खड़ा होने के बाद अरविन्द केजरीवाल को मुनि तरुण सागर के समर्थन में उतरना पड़ा । केजरीवाल ने विशाल के ट्वीट की सीधी निंदा तो नहीं की लेकिन उन्होंने कहा कि तरुण सागर आदर ना केवल जैन बल्कि सभी लोग करते हैं ।

गौरतलब है कि विधानसभा में हुए धार्मिक प्रवचन के कार्यक्रम का विरोध करते हुए विशाल डडलानी ने शनिवार को ट्वीट कर इस आयोजन की खिल्ली उड़ाई ।  डडलामी ये कहना चाहते थे कि धर्म को राजनीति से दूर रखना चाहिए । लेकिन विधानसभा में जैन मुनि के प्रवचन का मजाक उड़ाने के लिए उन्होंने जैन धर्म के उस परम्परा जिसके तहत जैन मुनि निर्वस्त्र रहते हैं पर भी ओछी बात कह दी । डडलानी ने तंज कसते हुए कहा कि  “अच्छे दिन नहीं आए, बिना कच्छे के दिन आ गए” ।

इसी बयान के चलते विशाल की चौतरफ़ा निंदा होने लगी और जिसके बाद विशाल ने ऐलान किया कि वे अपने सभी राजनीतिक कार्यकलापों से नाता तोड़ रहे हैं । मामला बढ़ते  विशाल ने ट्विटर पर अपने इस बयान पर माफ़ी मांगी और कहा, ‘भूल हो गई, माफ कर दीजिए, मगर धर्म को राजनीति के साथ मत जोड़ने दीजिए । देश की खातिर ।’