शाहरुख खान अपने मुंबई स्थित बंगले मन्नत के रेनोवेशन की तैयारी कर रहे थे । लेकिन अब इसमें एक कानूनी अड़चन आ गई है । शाहरुख अपने 200 करोड़ी बंगले में बड़े पैमाने पर रेनोवेशेन और एक्‍सटेंशन का काम करना चाहते हैं जिसका काम मई में शुरू होना था । इस दौरान शाहरुख खान अपने परिवार के साथ अगले कुछ महीने के लिए किराये के दो डुप्‍लेक्‍स फ्लैट में रहने की प्लानिंग कर चुके थे । लेकिन इसी बीच एक सामाजिक कार्यकर्ता ने इस पर आपत्ति जताई है और नेशनल ग्रीन ट्रिब्‍यूनल (NGT) का दरवाजा खटखटाया है ।

शाहरुख खान के मन्नत में होने वाले रेनोवेशन में आई अड़चन ; एक्टिविस्ट ने लगाए ये आरोप, NGT ने लगाई रोक

शाहरुख खान के मन्नत पर आई रुकावट

हालांकि शाहरुख ने मन्नत के रेनोवेशन के लिए सभी जरूरी मंजूरी भी ले ली है । क्योंकि मन्‍नत एक ग्रेड- 3 हेरिटेज प्रॉपर्टी है । इस कारण एक्‍टर अपनी मर्जी से इसमें कोई काम नहीं करवा सकते । लिहाजा, उन्‍होंने महाराष्ट्र तटीय क्षेत्र प्रबंधन प्राधिकरण (MCZMA) और तटीय विनियमन क्षेत्र (CRZ) से रेनोवेशन की मंजूरी ले ली है । लेकिन सामाजिक कार्यकर्ता संतोष दौंडकर का दावा है कि एक्‍टर ने नियम तोड़े हैं । संतोष दौंडकर ने ये आरोप लगाया है कि रेनोवेशन प्लान में उल्लंघन हुआ है । उनके अनुसार शाहरुख़ ने रेनोवेशन के लिए कोस्टल रेगुलेशन जोन से मंजूरी नहीं ली है ।

शाहरुख खान के ख‍िलाफ अपील में संतोष दौंडकर ने सुपरस्टार के मौजूदा छह मंजिला बंगले में दो और मंजिलें जोड़ने की योजना पर सवाल उठाया है । उन्‍होंने इस बाबत CRZ की मंजूरी की वैधता पर सवाल खड़े किए हैं । संतोष का दावा है कि शाहरुख का CRZ के कायदों के उल्लंघन का पुराना इतिहास है ।

शाहरुख पर ये भी आरोप है कि उन्होंने बारह 1bhk फ्लैट्स को एक घर में तब्दील किया है । अब एनजीटी ने संतोष को थोड़ा समय दिया है और जो आरोप लगाए हैं, उसके लेकर सबूत जमा करने को कहा है । एनजीटी की तरफ से कहा गया है कि अगर वो सबूत पेश नहीं कर पाते हैं तो उनकी याचिका खारिज कर दी जाएगी । इस मामले में अगली सुनवाई 23 अप्रैल को होने वाली है ।

बहरहाल, रेनोवेशन की खबरों के साथ ही ऐसी भी जानकारी सामने आई थी कि शाहरुख ने जैकी भगनानी और उनके पिता से दो डुप्लेक्स फ्लैट किराए पर लिया है ।