बॉलीवुड में नेपोटिज्म का मुद्दा हमेशा से ही चर्चा का विषय रहा है । अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के निधन के बाद से बॉलीवुड में नेपोटिज्म और खेमेबाजी को लेकर खुद कुछ बॉलीवुड सितारें हर दिन नए-नए खुलासे कर रहे हैं । जहां नेपोटिज्म को लेकर कंगना रनौत हमेशा ही मुखर रही हैं वहीं अब अभिनेता रणवीर शौरी ने भी नेपोटिज्म को लेकर खुलासा किया है कि वे भी कई मर्तबा इसके शिकार हुए हैं । रणवीर शौरी ने बताया कि इससे परेशान होकर उन्होंने भी फिल्में छोड़ देने का भी मन बना लिया था ।
रणवीर शौरी ने शेयर किया अपना दर्द
रणवीर ने फ़िल्म इंडस्ट्री के इस काले सच का खुलासा ट्विटर पर ट्वीट करके किया । रणवीर ने अपने संघर्ष के दिनों को याद करते हुए बताया है कि कैसे एक वक्त उन्हें भी बॉलीवुड में अकेला छोड़ दिया गया था, कैसे उन्हें बदनाम करने की कोशिश की गई थी ।
मेरे साथ ये सब उन्हीं लोगों ने किया है जिनके नाम आज भी सामने आ रहे हैं
रणवीर ने अपने ट्वीट में लिखा, “मैं किसी का भी नाम नहीं ले सकता क्योंकि मेरे पास कोई सबूत नहीं है । लेकिन मैं इन मुद्दों पर इसलिए बोलता हूं क्योंकि मेरे साथ भी ये सब हुआ है, अकेला छोड़ देना, गलत बोलना, मीडिया में झूठी खबरें फैलाना । मैं 2003-05 तक काफी परेशान रहा हूं । मेरे साथ ये सब उन्हीं लोगों ने किया है जिनके नाम आज भी सामने आ रहे हैं । मैं सिर्फ इसलिए बचा रहा क्योंकि मेरे साथ परिवार और दोस्त थे । मुझे तो देश तक छोड़ना पड़ गया था क्योंकि मेरे खिलाफ इतना खराब माहौल बनाया गया । अब ये इत्तेफाक था- नहीं, जानबूझकर किया गया । हां. मैं सिर्फ 33 साल का था तब ।”
I don’t take any names ‘cause I have no evidence to prove their complicity! But the reason I speak is, I went through the same professional & social isolation, bad mouthing & lies in the press, and psychological trauma from 2003 to 2005 with the same people who are now involved. https://t.co/q0YZs8bHYY
— Ranvir Shorey (@RanvirShorey) July 22, 2020
रणवीर ने अपने इस ट्वीट में किसी का भी नाम नहीं लिया
हालांकि रणवीर ने अपने इस ट्वीट में किसी का भी नाम नहीं लिया । इससे पहले भी रणवीर ने ट्वीट कर बॉलीवुड के इस तबके को निशाने पर लेने की कोशिश की । रणवीर ने ट्वीट में लिखा, “इस इंडस्ट्री में कई ऐसे योद्धा हैं जो अब मेनस्ट्रीम बॉलीवुड के चापलूस बन गए हैं । ये वहीं लोग हैं जो पहले इसी सिस्टम के खिलाफ लगातार बोला करते थे, लेकिन ये सिर्फ तब तक जारी रहा जब तक उन्हें बॉलीवुड में एंट्री नहीं मिल गई । ये तो हिपोक्रेसी है ।”
So many independent-film-crusaders have turned mainstream-bollywood-flunkies now. These are the same people who used to rant 24/7 about the “system” for attention before they were given entry into the pearly gates of mainstream Bollywood. #Hypocrisy much?
— Ranvir Shorey (@RanvirShorey) July 21, 2020