कबीर खान की ट्यूबलाइट को आखिरकार सेंसर बोर्ड ने शुक्रवार की दोपहर को सेंसर सर्टिफ़िकेशन दे ही दिया । सेंसर बोर्ड के सदस्यों के साथ फ़िल्म को 'यू' प्रमाण पत्र दिया गया है युद्ध पर आधारित फ़िल्म होने के बाद भी ।

"सलमान खान की फिल्में हमेशा साफ और परिवार उन्मुख होती हैं । लेकिन बजरंगी भाईजान की तुलना में यह और भी अधिक पौष्टिक और पारिवारिक फ़िल्म है । इसमें एक मासूमियत है जो फ़िल्म के बारें में और सलमान खान के किरदार के बारें में जो बेहद आकर्षक है । बच्चे सलमान खान का किरदार काफ़ी पसंद करेंगे । वह फ़िल्म में बच्चे की तरह हैं ।” सेंसर बोर्ड से जुड़े सूत्र ने बताया ।

इसके डायलॉग में से बस एक अपशब्द को हटाया गया है । सेंसर के सूत्र ने बताया, , "फ़िल्म में उस अपशब्द 'हरामजादा' को हटाने के लिए कहा गया है । सामान्यरूप से हम इसे रहने देते हैं । लेकिन चूंकि इस फ़िल्म का आकर्षण इसकी मासूमियत है इसलिए हमने महसूस किया कि यह शब्द फ़िल्म की भावना और संवेदना में फ़ित नहीं बैठेगा ।”

स्वच्छ 'यू' सर्टिफ़िकेट के साथ टूबलाइट साल 2017 की पहली बड़ी फिल्म है जो सभी उम्र के वर्ग के लिए बनी है । बाकी की फ़िल्मों जैसे शाहरुख की (रईस), ह्रितिक रोशन की (काबिल), अक्षय कुमार की (जॉली एलएलबी), को सेंसारबोर्ड ने 'यूए' प्रमाणपत्र दिया था ।