ड्रग्स मामले में 28 दिनों तक जेल में रहकर आईं रिया चक्रवर्ती के लिए इस कड़वे अनुभव से बाहर आना यकीनन मु्श्किलों भरा रहेगा । कथित तौर पर यौन उत्पीड़न के झूठे आरोपों में एक महीना जेल में बिताने वाले अभिनेता-संगीतकार-लेखक करण ओबेरॉय का मानना है कि जेल जाना जिंदगी भर के लिए कड़वा अनुभव बन जाता है । करण ने रिया चक्रवर्ती के लिए जेल के सदमे से बाहर आने के लिए कुछ सलाह दी ।
रिया चक्रवर्ती को करण की सलाह
झूठे आरोप में जेल जा चुके करण ने रिया की मौजूदा हालत के बारें में बात करते हुए कहा कि, “मैं उनकी दुर्दशा को महसूस कर सकता हूं । यह बहुत मुश्किल दौर होने वाला है उनके लिए । भारत में जेल जाना किसी भी इंसान को तोड़कर रख देता है । शारीरिक रूप से कहीं ज्यादा ये मानसिक रूप से तोड़ देता है । इस सदमे से बाहर आना बहुत मुश्किल होता है ।” करण को लगता है कि रिया को उन सभी मदद की ज़रूरत है जो उन्हें मिल सकती हैं । “उन्हें निश्चितरूप से अपने प्रियजनों के सपोर्ट में थैरेपी सेशन लेना होग । इसके अलावा अपने आस-पास फ़ैली निगेटिविटी से उन्हें खुद को हर हाल में दूर रखना होगा ।”
वह एक मजबूत लड़की है
क्या मेडिटेशन रिया को इस सदमे से बाहर निकालने में मदद करेगा ? “मेडिटेशन उसके लिए बहुत अच्छा रहेगा । उसे अपने परेशान दिमाग को शांत करने की जरूरत है । वह एक मजबूत लड़की है, और वह अपने माता-पिता और करीबियों से मिले प्यार के बल पर इस मुश्किल दौर से भी गुजर जाएगी ।”
जब आप निर्दोष होते हैं तो जेल की सजा को जस्टिफ़ाई करना विशेष रूप से कठिन हो जाता है । इस बारें में करण कहते हैं, “कभी-कभी क्यों हुआ, कैसे हुआ, अब आगे क्या होगा जैसे कई अनुत्तरित प्रश्न आपके दिमाग में आकर आपको परेशान करते हैं । इसलिए मैं रिया को सलाह देता हूं कि ऐसे विचार मन में न आने दे । उन्हें खुद को ऐसे कामों में व्यस्त रखना है जो उन्हें खुशी दे । मेरे मामले में म्यूजिक ने मुझे जेल के सदमे से बाहर निकलने में मदद की । इसके अलावा अपनी परेशानियों को एक बुक के रूप में बनाकर मैं इस मुश्किल दौर से गुजरा ।”