पर्दे के पीछे रहने वाले कलाकारों के भी सपने अब पूरे होंगे । प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत फिल्म कलाकारों और तकनीशियनों के लिए दस हजार अस्सी, यानि 10,080 घर बनाए जा रहे हैं । महाराष्ट्र के शहर वंगानी के शेलू, जहां भारतीय सिनेमा की पहली फिल्म राजा हरिश्चंद्र के साथ आउटडोर शूटिंग शुरू हुई थी, में दादासाहेब फाल्के हाउसिंग स्कीम पूरी होती नज़र आ रही है ।

जूनियर आर्टिस्ट, टेक्नीशियन और रिटायर्ड एक्टर्स को फ़्री में मिलेंगे घर ; दादासाहेब फाल्के आवास योजना के तहत बनाए जा रहे हैं 10,080 घर

सिनेमाकर्मियों के लिए बना रहे हैं घर 

फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉइज (एफडब्ल्यूआईसीई) और पाध्ये ग्रुप के अंकुर पाध्ये की मदद से यहां सिनेमाकर्मियों के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 10,080 घर बनाए जा रहे हैं, जिनमें पहले चरण में 522 घर बनाए जा रहे हैं । यह 16 मंजिला टावर है । इसमें लिफ्ट, मल्टी पर्पज हॉल और कई अन्य सुविधाएं होंगी ।

इस आवास योजना की खास बात यह होगी कि मुख्य द्वार का नाम दादासाहेब फाल्के की पत्नी सरस्वती बाई फाल्के के नाम पर रखा जाएगा । इन रेरा रजिस्टर्ड घरों की पहली झलक देखने के लिए मुंबई से हजारों सिनेमाकर्मी शेलू पहुंचे ।

बिल्डर अंकुर पाध्ये का कहना है कि सिनेमाकर्मियों को घर मुहैया कराना उनके पिता का सपना था, जिसमें FWICE, अमरजीत सिंह, पूर्व लेबर कमिश्नर सावंत साहब के प्रयास भी काफी अहम रहे । अंकुर पाध्ये बताते हैं कि पहले उनके पिता ने सोलापुर में बीड़ी श्रमिकों के लिए महज 60,000 रुपये में घर मुहैया कराया था ।

इस आवास योजना का पहला चरण डेढ़ साल में पूरा होगा । 320-65 वर्गफीट कारपेट एरिया वाले ये मकान भूकंप रोधी होंगे ।