बॉम्बे हाई कोर्ट ने संजय लीला भंसाली की आलिया भट्ट अभिनीत गंगूबाई काठियावाड़ी से जुड़े मानहानि केस की कार्यवाही पर अंतरिम रोक लगाने का निर्देश दिया है । बॉम्बे हाई कोर्ट ने 10 अगस्त को अपने आदेश में सुनवाई की अगली तारीख 7 सितंबर तक अंतरिम रोक लगा दी । कोर्ट ने मार्च 2021 में फिल्म अभिनेत्री आलिया भट्ट, भंसाली और उनकी प्रोडक्शन कंपनी भंसाली प्रोड्क्शन प्राइवेट लिमिटेड को समन जारी किया था । कोर्ट ने यह समन खुद को गंगूबाई का दत्तक पुत्र बताने वाले बाबूजी शाह की शिकायत पर सुनवाई के बाद जारी किया था ।

संजय लीला भंसाली की आलिया भट्ट अभिनीत गंगूबाई काठियावाड़ी से जुड़े मानहानि केस की कार्यवाही पर बॉम्बे हाई कोर्ट ने लगाई अंतरिम रोक

आलिया भट्ट की गंगूबाई काठियावाड़ी

गंगूबाई काठियावाड़ी के जीवन पर आधारित इस फ़िल्म में आलिया ने गंगूबाई की भूमिका निभाई है जो 1960 के दशक में मुंबई के रेडलाइट एरिया में से एक कमाठीपुरा की एक प्रतिष्ठित महिला थी। बाबूजी शाह का दावा है कि फिल्म 'द माफिया क्वींस ऑफ मुंबई' उपन्यास से प्रेरित है । बाबूजी शाह के अनुसार, उपन्यास के कुछ अंश आपत्तिजनक हैं जिसमें गंगूबाई काठियावाड़ी की छवि को गलत तरीके से पेश किया गया है और उनके जीवन की निजता का अतिक्रमण किया गया है । इसके साथ ही यह गंगूबाई के निजता के अधिकार का भी हनन करता हैं । आलिया और संजय लीला भंसाली और उनकी कंपनी की ओर से पेश हुए वरिष्ठ वकील आबाद पोंडा ने दलील दी कि उन्हें यह जानकारी नहीं थी कि गंगूबाई काठियावाड़ी के दत्तक पुत्र बाबूजी शाह हैं ।

न्यायमूर्ति रेवती मोहित डेरे ने 10 अगस्त को बाबूजी शाह को एक नोटिस जारी किया और आलिया तथा संजय लीला भंसाली के आवेदन को 7 सितंबर को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध कर दिया । इसी से संबंधित घटनाक्रम में हाई कोर्ट की एक अन्य पीठ ने इस फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगाने से इंकार कर दिया है ।

गंगूबाई काठियावाड़ी पहले सितंबर 2020 को रिलीज होने वाली थी लेकिन कोरोना महामारी के चलते फ़िल्म की शूटिंग बीच में ही रोकनी पड़ी । अब जबकि फ़िल्म की शूटिंग पूरी हो चुकी है तो ऐसे में भंसाली ने कंफ़र्म किया है कि उनकी फ़िल्म इसी साल सिनेमाघरों में रिलीज होगी ।