संजय लीला भंसाली की बहुप्रतिक्षित गंगूबाई काठियावाड़ी में आलिया भट्ट अपनी एक्टिंग को अब तक की सर्वश्रेष्ठ परफ़ोर्मेंस मानती हैं । भंसाली प्रोडक्शन के एक सूत्र ने खुलासा किया कि, “गंगूबाई काठियावाड़ी में अपनी एक्टिंग को लेकर आलिया भट्ट बहुत प्राउड फ़ील कर रही हैं । उन्होंने अपने फ़िल्मी करियर में अभी तक जो भी फ़िल्में की हैं, उनमें से इस फ़िल्म में उन्होंने बहुत ज्यादा मेहनत की है ।

गंगूबाई काठियावाड़ी में अपनी एक्टिंग को लेकर प्राउड फ़ील कर रही हैं आलिया भट्ट, संजय लीला भंसाली ने भी की शबाना आज़मी के पावरहाउस परफ़ोर्मेंस से तुलना

गंगूबाई काठियावाड़ी को लेकर प्राउड फ़ील कर रही हैं आलिया भट्ट

सूत्र ने आगे बताया कि, “गंगूबाई काठियावाड़ी में दो सीक्वंस हैं जहां आलिया ने रोने की असाधारण परफ़ोर्मेंस दी है, ये ठीक वैसा ही जैसे श्याम बेनेगल की फ़िल्म अंकुर के क्लाइमेक्स में शबाना आजमी ने रोने की लाजवाब परफ़ोर्मेंस दी थी । आलिया ने इन सीन्स को ग्लीसरीन के बिना किया । हालत ये थी, शूट खत्म होने के बाद भी आलिया के आंसू लगातार बहे जा रहे थे ।”

निर्देशक भंसाली पहले से ही गंगूबाई काठियावाड़ी में आलिया के उम्दा परफ़ोर्मेंस की तुलना महेश भट्ट की अर्थ में शबाना आज़मी की पावरहाउस परफ़ोर्मेंस से कर रहे हैं । क्या आलिया को गंगूबाई काठियावाड़ी में सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पहला राष्ट्रीय पुरस्कार मिलेगा ? तो इसका जवाब वो लोग निश्चितरूप से हां में दे रहे हैं जिन्होंने आलिया को गंगूबाई का किरदार निभाते हुए देखा है ।

जहां गंगूबाई में आलिया लीड रोल में नजर आएंगी वहीं गंगूबाई काठियावाड़ी में अजय देवगन भी गेस्ट अपीरियंस में नजर आएंगे । वह इस फ़िल्म में रियल लाइफ़ माफ़िया डॉन करीम लाला का किरदार अदा करेंगे । भंसाली की ये फ़िल्म मुंबई के कमाठीपुरा रेड लाइट एरिया की मशहूर गंगूबाई कोठेवाली की ज़िंदगी पर बेस्ड फ़िल्म है । इस फिल्म में साठ के दशक की मुंबई को दिखाया जाएगा । यह फिल्म 'द माफिया क्वींस ऑफ मुंबई' उपन्यास से प्रेरित है ।

कौन है गंगूबाई

गंगूबाई की बात करें तो, गंगूबाई को कमाठीपुरा की क्वीन भी कहा जाता था । गंगूबाई की पहुंच मुंबई माफिया के साथ-साथ राजनेताओं तक थी । वो सेक्स वर्कर्स के लिए गॉडमदर बन गईं और लोग उन्हें गंगू मां कहकर पुकारने लगे । कहा जाता है कि, गंगूबाई भी सेक्स ट्रैफिकिंग की शिकार हुई थीं । गंगूबाई का नाम गंगा हरजीवनदास काठियावाड़ी था और वो गुजरात के काठियावाड़ की रहने वाली थीं । वो एक भरे-पूरे परिवार से ताल्लुक़ रखतीं थी । गंगू मुंबई आकर फ़िल्मों में अपनी किस्मत आज़माना चाहती थीं ।