भारतीय सिनेमा के दिग्गज बहुआयामी फिल्ममेकर आनंद पंडित जल्द ही पैन इंडिया फ़िल्म अंडरवर्ल्ड का कब्ज़ा के साथ साउथ इंडस्ट्री में अपना डेब्यू करने जा रहे हैं । आर चंदू के डायरेक्शन में बनी इस पैन इंडिया फिल्म को हिंदी और साउथ भाषा में बनाया गया है । उपेंद्र, किच्चा सुदीप और श्रिया सरन स्टारर अंडरवर्ल्ड का कब्ज़ा एक हाई-वोल्टेज ड्रामा एक्शन फ़िल्म है जो लार्जर देन लाइफ़ फ़िल्म का एक्सपीरियंस देने का वादा करती है । फ़िल्म के ट्रेलर में पहले ही एक्शन और दमदार डायलॉग्स की झलक देखने को मिल गई है और अब सभी को फ़िल्म की रिलीज का बेसब्री से इंतजार है । टोटल धमाल, सरकार 3, द बिग बुल, चेहरे और थैंक गॉड के प्रोड्यूसर आनंद पंडित ने अपनी फ़िल्म अंडरवर्ल्ड का कब्ज़ा को लेकर हाल ही में बॉलीवुड हंगामा के साथ एक्सक्लूसिव बातचीत की और बताया कि उन्होंने एक ऐसी फ़िल्म बनाई है जिसे कांतारा, केजीएफ़ 2 की तरह ही दर्शकों का प्यार मिलेगा ।

EXCLUSIVE: 17 मार्च को रिलीज हो रही पैन इंडिया फ़िल्म अंडरवर्ल्ड का कब्ज़ा के प्रोड्यूसर आनंद पंडित ने बताया फ़िल्मों का सक्सेस मंत्र, कहा- “बॉक्स ऑफ़िस पर ऑरिजनल कंटेंट ही बनेगा विनर”

आनंद पंडित की फ़िल्म अंडरवर्ल्ड का कब्ज़ा

बॉलीवुड हंगामा के साथ हुए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में जब आनंद पंडित से जब पुछा गया कि, कब्जा में पैन इंडिया ऑडियंस के लिए ऐसा क्या है जो दर्शक थिएटर तक फ़िल्म देखने जाएँ ? इसके जवाब में उन्होंने कहा, “महामारी के बाद का सिनेमा और महामारी के पहले का सिनेमा में अब काफ़ी बदलाव आ चुका है साथ फ़िल्म बिजनेस भी काफ़ी अलग हो चुका है । दर्शकों को यदि कंटेंट अच्छा लगेगा तो फ़िर कोई भी भाषा की फ़िल्म हो वो जरूर देखने जाएंगे । पहले जो कहा जाता था न कि, कंटेंट इज किंग लेकिन अब समय बदल गया है अब कंटेंट इज किंग वेन एक्सपीरियंस कम । अब हर दर्शक अच्छा एक्सपीरियंस चाहते हैं । हमने पिछले दिनों में जो भी फ़िल्में देखी हैं फ़िर चाहे हो कांतारा हो, केजीएफ़ 2 हो या कोई और ये सभी फ़िल्में एक अलग एक्सपीरियंस दर्शकों को दे रही थी । भले ही इन फ़िल्मों के स्टार हिंदी बेल्ट में जाने माने चेहरे नहीं थे लेकिन फ़िर भी इन फ़िल्मों ने अप्रत्याशित बिजनेस किया । तो ऐसे ही कब्जा फ़िल्म है जो लार्जर देन लाइफ़ फ़िल्म का एक्सपीरियंस देगी । और जिस तरीके से फ़िल्म की प्रोडक्शन वैल्यू है यानि जितना खर्चा फ़िल्म पर हुआ है वो हमने ये सोचकर किया है कि इससे पूरा हिंदी बेल्ट भी एंजॉय कर पाएगा ।”

भारतीय सिनेमा में कंटेंटे और कहानियों को लेकर आया बदलाव

इसी बातचीत में आनंद पंडित ने भारतीय सिनेमा कंटेंटे और कहानियों के विकास को लेकर भी अपनी राय रखी और कहा, “नॉन हिंदी फ़िल्म जैसे गुजराती, हिंदी, मराठी या साउथ की, रिजनल फ़िल्में इसलिए ज्यादा अच्छा बिजनेस कर रही है क्योंकि इसमें ऑरिजनल कंटेंट आ रहा है और उनकी स्क्रिप्ट भी ऑरिजनल आती है जो लोगों को काफ़ी पसंद आती है । तो पैन इंडिया जितनी भी फ़िल्म इंडस्ट्री है चाहे वो रिजनल हो या हिंदी, ये फ़िल्में नवीनता के साथ अच्छी कहानी लेकर आएंगे । तो ही फ़िल्में चल पाएंगी नहीं तो नहीं चल पाएंगी ।”

दर्शक किस तरह की फ़िल्में देखना पसंद करना चाहते हैं ?

समय के साथ फ़िल्मों को लेकर लोगों की पसंद में भी काफ़ी अबदलाव आया है । इस बारें में जब आनंद पंडित से पुछा गया कि, अब दर्शक किस तरह की फ़िल्में देखना पसंद करना चाहते हैं ? इसके जवाब में उन्होंने कहा, “ओटीटी के उभरते पहलू को देखते हुए लोगों की च्वाइस में बदलाव आया है । लोगों को रिजनल फ़िल्म या कोरियन फ़िल्म भी पसंद आ रही है । तो अब भाषा का बैरियर काफ़ी कम हो गया है । पहले लोग ये सोचते थे कि 200 रु में हिंदी फ़िल्म देखुं या गुजराती तो वो तब गुजराती फ़िल्म देखते थे लेकिन आज के समय में ऐसा नहीं है अब लोग कंटेंट पर पैसा फ़ेंकते हैं ।”

अंडरवर्ल्ड का कब्ज़ा की बात करें तो, 17 मार्च, 2023 को पांच भाषाओं कन्नड़, तमिल, तेलुगु, मलयालम और हिंदी में रिलीज हो रही अंडरवर्ल्ड का कब्ज़ा को कपिल शर्मा और नंदिता दास की ज्विगाटो से बॉक्स ऑफ़िस मुकाबला करना होगा ।