सोनू निगम द्दारा 'अजान' को लेकर किए गए ट्वीट से सोशल मीडिया में कोहराम सा मच गया है । जहां एक तरफ़ लोग उनके इस बयान के समर्थन में खड़े हुए हैं वहीं दूसरी तरफ़ कुछ लोग उनके बयान की निंदा कर रहे हैं । हमने आपको बताया था कि पश्चिम बंगाल माइनॉरिटी यूनाइटेड काउंसिल के वाइस प्रेसीडेंट सैयद शा कादिरी ने सोनू निगम के खिलाफ एक फतवा जारी किया जिसमें कादिरी ने कहा कि जो भी सोनू को गंजा करेगा और पुराने जूतों की माला पहनाएगा वे उसे 10 लाख रु का का इनाम देंगे । सोनू निगम कहां चुप बैठने वाले थे उन्होंने भी मौलवी को करारा जवाब देते हुए कहा कि, वो खुद अपना सिर मुंडवा रहे हैं और इसके लिए उन्होंने अपने हेयरस्टाइलिस्ट आलिम को भी बुला लिया है ।

आज दोपहर को, सोनू निगम ने अपना सिर मुंडवाने से पहले एक प्रेस कॉंफ़्रेंस रखी और अपनी बात रखते हुए सोनू ने कहा कि, “मैं थोड़ी देर में अपने बाल मुंडवा दूंगा । यह कोई चुनौती नहीं है । यह एक निवेदन है । मैंने अज़ान पर नहीं लाउडस्पीकर पर सवाल उठाया था । मैं नहीं चाहता कि कोई मेरी बात को गलत तरीके से ले इसलिए मैंने प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई है । मैं मुस्लिम विरोधी नहीं हूं, बयान को गलत ढंग से पेश किया गया है । मेरी राय यही है कि चाहें मंदिर हो, गुरूद्वारा हो या फिर मस्जिद हो वहां पर लाउडस्पीकर का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए । आप अमेरिका बनना चाहते हैं, आप ऑस्ट्रेलिया बनना चाहते हैं लेकिन वहां ऐसा नहीं होता । हर कोई कहता है कि आपको अपनी बात कहने का हक है तो ये मेरी राय है. लाउडस्पीकर धर्म का हिस्सा नहीं है । मेरे हिसाब से इसका इस्तेमाल करना गुंडागर्दी है । आप इस देश में क्या कर रहे हैं ? मैं एक आस्तिक हूं लेकिन मुझे नहीं लगता कि मेरा धर्म सबसे अच्छा है लेकिन तुम्हारा नहीं है । मैं उस पर विश्वास नहीं करता । मैं ये नहीं मानता कि हमारा धर्म सबसे अच्छा है । मैं सारे धर्मों का सम्मान करता हूं । मुझे धर्म में विश्वास है । मैं मंदिर और गुरूद्वारे हर जगह जाता हूं । जब किसी मंदिर या मस्जिद पर लाउडस्पीकर लगाया जाता है तो वहां ये बताने की कोशिश की जाती है कि देखों यहां पर ये है । मेरे हिसाब से ये गुंडागर्दी है । अजान जरूरी है लाउडस्पीकर नहीं । कोई अपने धर्म के नाम पर दादागिरी दिखाता है, लोग धर्म के नाम पर चरस पीकर नाच रहे होते हैं । ये दादागिरी नहीं है? जो लोग इसे समझ रहे हैं कि उसे इस मुद्दे को सही तरीके से पेश करना चाहिए । आपके बच्चे भी इसी माहौल में बड़े होने वाले हैं । मैं अपने आपको सेक्युलर समझता हूं । मैं ना तो राइट विंग हूं और ना ही लेफ्ट विंग हूं । मैं जानता हूं कि मुझ जैसे लोगों की तादाद कम है । मैं जो कह रहा हूं वो आप लोगों को सही तरीके से पेश करना चाहिए । मेरे हिसाब से धर्म के नाम पर शोर मचाना गुंडागर्दी है । कुछ गलती हुई तो मुझे माफ की जिएगा । मैंने ये बात सिर्फ समाजिक तौर पर कही है ना कि धार्मिक तौर पर । मुझे अपनी राय रखने का पूरा हक है ।"