साल 2011 में शाहरुख खान की सुपरहीरो फ़िल्म रा वन सिनेमाघरों में रिलीज हुई लेकिन फ़िल्म से ज्यादा हिट हुआ इसका गाना 'छम्मक छल्लो' जिसमें करीना कपूर, शाहरुख खान के साथ अंतर्राष्ट्रीय पोप स्टार एकॉन भी नजर आए थे । भले ही ये गाना कितना ही बड़ा हिट क्यों न हो गया हो लेकिन इस शब्द कोर्ट को रास नहीं आ रहे है और इसलिए मामले की सुनवाई करते हुए न्यायिक मजिस्ट्रेट आर टी इंगले की अध्यक्षता वाली ठाणे कोर्ट ने फैसला सुनाया है कि 'छम्मक छल्लो' शब्द का इस्तेमाल किसी भी महिला के शीलभंग के रूप में देखा जाएगा । दरअसल 8 साल पहले 9 जनवरी 2009 को एक महिला ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि देर रात जब वह अपने पति के साथ अपने घर लौट रही थी, तब उसे एक कूड़ेदान से ठोकर लग गई और कूड़ा जमीन पर बिखर गया । इस कारण से पड़ोसी व्यक्ति बिफर गया और उसने महिला को कई अपशब्द कहें । इन अपशब्दों में एक शब्द ‘छम्मक छल्लो’ भी था । इस शब्द से गुस्साकर महिला ने पुलिस से संपर्क किया लेकिन पुलिस ने शिकायत दर्ज करने से इनकार कर दिया। तब महिला ने अदालत का रूख किया था ।

आठ साल बाद, इस मामले की सुनवाई करते हुए न्यायिक मजिस्ट्रेट आर टी इंगले ने महिला के आरोपों को सही ठहराते हुए कहा किआरोपी ने भारतीय दंड संहिता की धारा 509 (शब्द, इशारे या किसी गतिविधि से महिला का अपमान) के तहत अपराध किया है । जज ने आरोपी को ‘अदालत के उठने तक’ साधारण कैद की सजा सुनाई और उस पर एक रूपए का जुर्माना लगाया ।

शाहरुख खान की फ़िल्म रा वन के लिए इस गाने को लिखने वाले विशाल ददलानी ने इस पर कहा कि, "किसी को भी किसी भी महिला को परेशान नहीं करना चाहिए और और जिस महिला को इस वजह से जो भी पfरेशानी हुई उसके लिए उन्होंने एकदम सही कदम उठाया और उन्हें न्याय भी मिला । और जहां तक इस केस में हमारे गाने की बात है तो, फ़िल्म में वह गाना एक पति गा रहा है अपनी पत्नी के लिए । और वह भी अपने पति के साथ इस गाने पर थिरक रही है और गाना भी गा रही है ।

जहां एक रिश्ते के भीतर होते हुए आपसी सहमति से निश्चित रूप से एक छोटा सा मजाक चलता है । हालांकि हमारे वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य को देखते हुए,शायद मुझे अब माफी मांगनी चाहिए, इससे पहले कि कुछ पागल एफआईआर दर्ज कराएं । मुझे इस बात का खेद है कि साल 2011 में इस शब्द के साथ किसी को परेशानी झेलनी पड़ी थी ।”

गीतकार मनोज मोंतशीर, जिसने हाल ही के दिनों में कुछ सौंदर्य संबंधी गाने के बोल लिखे, को एक महिला को 'छम्मक छल्लो' बुलाना कुछ गलत नहीं लगता है । "मेरी समझ से, एक महिला को 'छम्मक छल्लो' बुलाना कोई आपत्तिजनक नहीं है । दरअसल यह एक महिला की लगन की प्रशंसा करने का एक अहानिकारक रूप से शरारती तरीका है । मैं अपनी लाइफ़ में कभी ऐसी लड़की से नहीं मिला जिसे 'छम्मक छल्लो' शब्द अपना अपमान लगा हो ।