अरनब गोस्वामी अपने शो, द नेशन वॉंट्स टू नो, में टीआरपी बटोरने के लिए ॠतिक रोशन के साथ पूरे इंटरव्यू के दौरान हंसते रहे, लेकिन आखिर क्या वजह थी कि ॠतिक ने कंगना रानौत के खिलाफ़ बोलने के लिए गोस्वामी के चैनल में जाने का फ़ैसला किया । कंगना के साथ कथित तौर पर भ्रामक संबंध की जानकारी देने के बारे में खुलासा करने की कोशिश करते हुए वह काफ़ी असहज दिखाई दिए, ॠतिक इस बारें में पर्याप्त रूप से बात करने के लिए अनिच्छुक से लग रहे थे, और ऐसा लग रहा था मानो उन्हें जबरदस्ती यहां बुलवाया जा रहा था और इकबालिया बयान के लिए उन्हें लीड किया जा रहा था ।

तो क्या अरनब गोस्वामी की यथेष्ट उत्तेजित शक्तियां इसके पीछे की वजह थी ? मैंने पू्छा, क्योंकि एक हफ़्ते पहले तक, जब मैंने ॠतिक से एक निजी बातचीत के दौरान इस बारें में पूछा तो उन्होंने मुझे बताया कि वह कुछ भी हो जाए वह इस मामले में खुलकर नहीं बोलेंगे । ॠतिक के वो शब्द जो उन्होंने मुझसे कहे थे, "मैं इसके साथ कुछ नहीं करना चाहता ... लोगों को मेरे लिए खड़े होने की जरूरत नहीं है । उन्हें सच्चाई के लिए खड़ा होना चाहिए ।"

तो फ़िर ऐसा क्या हुआ जिसने उनका मन बदल दिया ? नहीं, वो अरनब नहीं थे । रोशन परिवार के करीबी सूत्र के मुताबिक, वो थीं ॠतिक रोशन की पूर्व पत्नी सुजैन रोशन, जिसने ॠतिक रोशन को वहां जाने के लिए आश्वस्त किया । "बस अब बहुत हो गया, सुजैन को दृढ़ता के साथ ये विश्वास था कि कंगना, ॠतिक के साथ अपने कथित संबंधों के बारे अपने मन से बाते बना रही है । और उसे उस पर विश्वास क्यों नहीं करना चाहिए? जब ॠतिक का बारबरा मोरी के साथ अफ़ेयर था, तो उन्होंने अपनी पत्नी को इसके बारे में बताया था । अब जब वह उनकी पूर्व पत्नी हैं, तो वह अपना कोई अफ़ेयर उनसे क्यों छुपाएंगे ?" सूत्र ने यह कारण दिया ।

तो ऐसी क्या ताकतें थी जिसने उनके चुप रहने के संकल्प को हिला दिया ? "वह इस बारे में बिल्कुल भी बात नहीं करने के लिए दृढ़ थे । लेकिन सुजैन खान ने उन्हें केवल एक दमदार प्लैटफ़ॉर्म पर इस मामले में बात करने के लिए आश्वस्त किया, जहां उनकी आवाज़ जोर से और स्पष्ट सुनाई दे " सूत्र ने बताया ।

जाहिरा तौर पर हर वो शब्द जो हमने, अरनब गोस्वामी के सामने ॠतिक रोशन के मुंह से सुने, वह सब अच्छी तरह से विचार किए गए और उनकी लीगल टीम द्दारा अप्रूव किए गए थे । "रोशन्स थक चुके थे । कंगना रानौत के आरोपों का जवाब देने का यह उनके लिए सही समय है । यदि कोई अफ़ेयर था, तो यह साबित करें । सीधी और सरल बात, " सूत्र ने स्पष्ट किया ।