परिवारवाद कहें या भाई-भतीजावाद कहें, ये विवाद तो थमने का नाम ही नहीं ले रहा है । आपको बता दें कि यह विवाद तब शुरू हुआ जब कंगना रानौत करण जौहर के टॉक शो कॉफ़ी विद करण सीजन 5 में अपनी फ़िल्म रंगून के प्रमोशन के लिए सैफ़ अली खान के साथ पहुंची थी । रैपिड फ़ायर के दौरान, कंगना ने करण जौहर पर भाई-भतीजावाद को बढ़ावा देने का सनसनीखेज आरोप लगाया । इसके बाद, करण अपने ऊपर लगे इस आरोप को स्वीकार नहीं कर सके और उन्होंने कई कार्यक्रम में इस बारें में कंगना पर उल्टे आरोप लगा दिए । एक कार्यक्रम के दौरान तो करण ने कंगना के लिए कहा कि वह 'विक्टिम कार्ड' खेल रही है , और वह कंगना के कमेंट्स से इत्तेफ़ाक नहीं रखते हैं । लगा कि ये लड़ाई थमने वाली नहीं है, इसलिए कंगना ने अखबार में एक लंबा पोस्ट लिखा, और करण के कमेंट को करारा जबाव दिया ।

अब चार महीने फ़िर से यह विवाद पनप गया है और एक बार फ़िर सुर्खियों में आ गया है । न्यूयॉ्र्क में आयोजित हुए आईफ़ा अवॉर्ड्स 2017 में करण जौहर ने अपने 'स्टूडेंट' वरुण धवन और सैफ़ अली खान, जो इस विवाद के पैदा होने के दौरान कंगना रानौत के साथ करण के शो में मौजूद थे, के साथ मिलकर कंगना रानौत का मजाक उड़ाया । दरअसल हुआ यूं कि जब वरुण धवन आईफ़ अवॉर्ड्स में अपनी फिल्म ढिशूम के लिए सर्वश्रेष्ठ हास्य कलाकार का पुरस्कार लेने पहुंचे तो सैफ अली खान ने मजाक में उनसे कहा कि वह (वरुण) फिल्म उद्योग में आज इस मुकाम पर अपने पिता की वजह से हैं । सैफ ने चुटकी लेते हुए कहा, 'तुम यहां अपने पापा की वजह से हो ।' इसके बाद वरुण ने सैफ़ से कहा कि, वह यहां अपनी मां शर्मिला टैगोर की वजह से हैं । और इसके बाद करण जौहर भी इस चर्चा में शामिल हो गये और कहा कि वह इस इंडस्ट्री में हैं क्योंकि उनके पिता फिल्मकार यश जौहर हैं । इसके बाद तीनों ने चिल्लाकर कहा, "भाई-भतीजावाद जिंदाबाद"। इसके बाद सैफ और वरुण, करण जौहर की फिल्म कभी खुशी कभी गम का गाना "बोले चूड़ियां..." गाने लगे । लेकिन निर्देशक ने तुरंत इस पर प्रतिक्रिया करते हुये कहा, "कंगना नहीं बोले तो अच्छा है…कंगना बहुत बोलती है ।"

जैसी उम्मीद थी, इंटरनेट उपभोक्ताओं को यह मामला जरा भी मजेदार नहीं लगा, और सोशल मीडिया वेबसाइट्स पर, आईफा अवॉर्ड में करण जौहर, सैफ़ अली खान और वरुण धवन द्दारा की गई इस टिप्‍पणी की बहुत आलोचना हुई और लोगों ने कंगना का पक्ष लेते हुए 'परिवारवाद' के इस नारे पर उनकी जमकर खिंचाई की ।

वहीं दूसरी ओर श्रद्दा कपूर भी एक फ़िल्मी परिवार से हैं । उनके पिता शक्ति कपूर बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता में शुमार हैं वहीं उनकी मौसी पद्मिनी कोल्हापुरे और तेजस्वनी कोल्हापुरे भी काफ़ी अच्छी अभिनेत्री रह चुकी हैं । अपनी आगामी फ़िल्म हसीना पारकर के ट्रेलर लॉंच के दौरान जब एक पत्रकार ने श्रद्दा कपूर से करण जौहर, सैफ़ अली खान और वरुण धवन के 'परिवारवाद' बयान पर सवाल किया तो श्रद्धा ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी और सीधे शब्दों में कहा, "मुझे इसके बारें में कुछ नहीं पता (इस प्रकरण के बारे में) है । मैं टीवी नहीं देखती हूं ।” कई लोगों का मानना था कि श्रद्धा कपूर जो कि खुद एक स्टार किड हैं इसलिए वह इस बयान पर टिप्पणी देने से बचने की कोशिश कर रही थी, और वह किसी को भी अपना बयान देकर नाराज नहीं करना चाहती थी । इसके अलाव उनका यह कहना कि वह टीवी नहीं देखती, कुछ हजम नहीं हुआ, क्योंकि यह पूरा मामला दरअसल, इंटरनेट पर गर्माया था, जहां श्रद्दा सक्रिय रूप से मौजूद रहती हैं ।

श्रद्दा कपूर की इस साल दो फ़िल्में रिलीज हुईं , एक थी आदित्य रॉय कपूर के साथ ओके जानू, जो बॉक्सऑफ़िस पर ज्यादा कुछ कमाल नहीं दिखा पाई, और दूसरी थी अर्जुन कपूर के साथ हाफ़ गर्लफ़्रेंड, जो कि चेतन भगत के लोकप्रिय उपन्यास पर आधारित थी, इसने बॉक्सऑफ़िस पर अच्छी सफ़लता हासिल की । हसीना पारकर खतरनाक गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम की बहन है, और इस बायोपिक फ़िल्म को अपूर्व लाखिया द्वारा निर्देशित किया गया है ।