शेखर कपूर के निर्देशन में बनी फ़िल्म बैंडिट क्वीन (1994) को हाल ही में प्राइम वीडियो पर रिलीज किया गया । लेकिन प्राइम वीडियो ने फ़िल्म में कई सारे एडिट्स के बाद फ़िल्म को अपने प्लेटफॉर्म पर रिलीज किया । इस बात से अब फ़िल्म के निर्देशक शेखर कपूर ख़ासे नाराज हैं । शेखर कपूर ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए बैंडिट क्वीन में किए गए एडिट्स पर अपनी नाराजगी व्यक्त की है ।
शेखर कपूर ने नाराजगी व्यक्त की
शेखर कपूर ने इस बात पर भी नाराजगी जताई है कि ओटीटी वर्जन में उनकी सहमति के बिना फिल्म को एडिट कर कुछ सीन्स को कट किया गया है । शेखर ने सोशल मीडिया पर लिखा, “मुझे आश्चर्य है कि ओटीटी प्लेटफॉर्म मुझे बैंडिट क्वीन उसी आधार पर बनाने देंगे, जिस तरह से सालों पहले मैंने ये फिल्म बनाई थी। क्योंकि अमजेन प्राइम वीडियो पर मुझे मेरी वाली बैंडिट क्वीन नजर नहीं है। इसमें मेरी बिना सहमति के सीन्स को एडिट किया गया है।मैं ये पूछना चाहता हूं क्या मेकर्स की बगैर इजाजत के ओटीटी पर किसी मूवी को एडिट किया जा सकता है। इसके अलावा क्या किसी में इतनी हिम्मत होगी की वह क्रिस्टोफर नोलन की फिल्म को बिना उन्हें पूछे एडिट करने की हिम्मत कर दे।”
The anguish a director and editor go through when editing their films. The days/nights spent arguing, fighting over each edit, each cut. I remember those months with Renu Saluja and myself on #BanditQueen. And then some random person carelessly cuts the film for OTT release?
I…
— Shekhar Kapur (@shekharkapur) March 19, 2025
शेखर की भावनाओं को उनके समकालीन फिल्मकारों, जैसे सुधीर मिश्रा, हंसल मेहता और कुणाल कोहली ने भी साझा किया, क्योंकि उन्होंने भी इसी तरह की राय व्यक्त की और शेखर के विचार को दोहराया कि 'अब वक्त है कि निर्देशक अपने काम के रचनात्मक अधिकारों के लिए लड़ें।' यह वास्तव में एक विचारणीय विषय है।
It is sad to know that a film that should always be India’s pride gets treated this way. But then what’s new? We’ve become so used to being treated as slaves of the west. No protest. No pushback. Total submission. Because they are doing us a favour. Our integrity as artistes is…
— Hansal Mehta (@mehtahansal) March 19, 2025
Nobody will let us do something like that . One should do it as an independent film . Something of our own which is wanders , then stops , digs and goes where the smell takes us . https://t.co/BiHTjrwSfd
— Sudhir Mishra (@IAmSudhirMishra) March 18, 2025
बता दें कि बैंडिट क्वीन डाकू फूलन देवी की कहानी पर आधारित है । फूलन का किरदार सीमा बिस्वास ने अदा किया था । निर्देशक कुणाल कोहली ने ओटीटी प्लेटफॉर्म द्वारा फिल्म को काटे जाने पर हैरानी जताई । शेखर कपूर के पोस्ट का जवाब देते हुए उन्होंने लिखा, “आज के @shekharkapur, जिनके पास हॉलीवुड की सफलताएं हैं, उन्हें इसे बनाने की अनुमति मिल जाती, लेकिन 'बैंडिट क्वीन' से पहले वाले शेखर कपूर को कोई भी ओटीटी प्लेटफॉर्म अपनी शर्तों पर 'बैंडिट क्वीन' बनाने नहीं देता । आपकी फिल्म को बिना आपकी अनुमति के काटना और बिगाड़ना कम से कम कहने पर भी चौंकाने वाला है ।”
Today’s @shekharkapur with your Hollywood successes would be allowed to make it. But the ShekharKapur before Bandit Queen would definitely not be allowed by any OTT to make Bandit Queen the way he wants to.
Cutting / Hacking your film without your permission is shocking to say…
— kunal kohli (@kunalkohli) March 18, 2025