सलमान खान की राधे : योर मोस्ट वांटेड भाई में खतरनाक विलेन के किरदार में नजर आए रणदीप हुड्डा बहुजन समाज पार्टी की नेता और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने को लेकर विवादों में घिर गए हैं । लोगों ने उनके जोक को सेक्सिस्ट और जातिवादी बताया है । इतना ही नहीं रणदीप हुड्डा को मायावती को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में संयुक्त राष्ट्र (UN) की, जंगली जानवरों की प्रवासी प्रजातियों के संरक्षण संबंधी संधि (CMS) के राजदूत (एंबेसडर) के पद से हटा दिया गया है । बता दें कि रणदीप को फरवरी 2020 में तीन साल के लिए जंगली जानवरों की प्रवासी प्रजातियों के संरक्षण संबंधी संधि (सीएमएस) का राजदूत नियुक्त किया गया था ।

मायावती पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने को लेकर रणदीप हुड्डा को UN एंबेसडर पद से हटाया, 9 साल पुराने वीडियो पर बढ़ा विवाद

रणदीप हुड्डा को पद से हटाया

दरअसल, रणदीप का एक 9 साल पुराना वीडियो है जिसमें वह मायावती के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियां करते नजर आ रहे हैं । एक मीडिया हाउस द्वारा 2012 में आयोजित एक कार्यक्रम का यह 43 सेकेंड का वीडियो है, जिसे ट्विटर पर एक व्यक्ति ने हाल ही में साझा किया । इस वीडियो में रणदीप ने एक चुटकुला सुनाया, जिसे जातिवादी एवं कामुक बताया जा रहा है और वह दर्शकों के साथ हंसते भी नजर आ रहे हैं ।

इस वीडियो में रणदीप कहते हैं, “मिस मायावती 2 बच्चों के साथ गली में जा रही थीं । वहां खड़े एक व्यक्ति ने उनसे पूछा- क्या ये दोनों बच्चे जुड़वां हैं ? इसके जवाब में उन्होंने कहा- नहीं, यह 4 साल का है और वह 8 साल का है । इसके बाद उस आदमी ने कहा- मुझे विश्वास नहीं होता कि कोई आदमी वहां दो बार भी जा सकता है ।”

सीएमएस सचिवालय ने कहा कि उन्हें हाल ही में एक वीडियो क्लिप के बारे में पता चला और वीडियो में की टिप्पणी को आपत्तिजनक पाया गया । इसके अलावा यह भी कहा गया कि उन्होंने सीएमएस सचिवालय या सयुंक्त राष्ट्र के मूल्यों को नहीं दिखाया । आगे कहा गया कि जब रणदीप को फरवरी 2020 में राजदूत के रूप में नियुक्त किया गया था, उस समय संगठन को साल 2012 के इस वीडियो के बारे में नहीं पता था ।

सीएमएस की वेबसाइट पर एक बयान में कहा गया, “सीएमएस सचिवालय को वीडियो में की गई टिप्पणी आपत्तिजनक लगी और वह सीएमएस सचिवालय या संयुक्त राष्ट्र के मूल्यों को नहीं दर्शाती ।” बयान में कहा गया , “हुड्डा अब सीएमएस के राजदूत नहीं हैं ।”